नई दिल्ली, 19 अगस्त। एकेडमिक कंटेटे और रिसर्च पेपर के लिए सॉफ्टवेयर सर्विस मुहैया कराने वाली कंपनी आइकोडेक्स पब्लिशिंग सॉल्यूशंस के शेयरों ने आज स्टॉक मार्केट में जबरदस्त नुकसान के साथ एंट्री करके अपने आईपीओ निवेशकों को काफी निराश कर दिया। आईपीओ के तहत कंपनी के शेयर 102 रुपये के भाव पर जारी किए गए थे। आज बीएसई के एसएमई प्लेटफॉर्म पर इसकी लिस्टिंग 20 प्रतिशत डिस्काउंट के साथ 81.60 रुपये के स्तर पर हुई। कमजोर लिस्टिंग के बाद बिकवाली शुरू हो जाने के कारण कुछ ही देर में कंपनी के शेयर फिसल कर 77.55 रुपये के लोअर सर्किट लेवल पर पहुंच गए। इस तरह पहले दिन के कारोबार में ही कंपनी के आईपीओ निवेशकों को 23.97 प्रतिशत का नुकसान हो गया।

आइकोडेक्स पब्लिशिंग सॉल्यूशंस का 42.03 करोड़ रुपये का आईपीओ 11 से 13 अगस्त के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों की ओर से एवरेज रिस्पॉन्स मिला था, जिसके कारण ये ओवरऑल 3.95 गुना सब्सक्राइब हो सका था। इनमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (क्यूआईबी) के लिए रिजर्व पोर्शन 33.08 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसी तरह नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (एनआईआई) के लिए रिजर्व पोर्शन में 1.58 गुना सब्सक्रिप्शन आया था। इसके अलावा रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व पोर्शन 4.67 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इस आईपीओ के तहत 34.64 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए गए हैं। इसके अलावा 10 रुपये फेस वैल्यू वाले 7,24,800 शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के जरिये बेचे गए हैं। आईपीओ के जरिये जुटाए गए पैसे का इस्तेमाल कंपनी अपने लिए नया ऑफिस स्पेस खरीदने, वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।

कंपनी की वित्तीय स्थिति की बात करें तो प्रॉस्पेक्टस में किए गए दावे के मुताबिक इसकी वित्तीय सेहत लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी को 1.81 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था, जो अगले वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़ कर 4.40 करोड़ रुपये और 2024-25 में उछल कर 8.96 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का राजस्व 50 प्रतिशत वार्षिक से अधिक की चक्रवृद्धि दर (कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट) से बढ़ कर 22.08 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। हालांकि इस दौरान कंपनी पर कर्ज भी लगातार बढ़ा। वित्त वर्ष 2022-23 के आखिरी में कंपनी का कर्ज 2 लाख रुपये, वित्त वर्ष 2023-24 के आखिरी में 88 लाख रुपये और वित्त वर्ष 2024-25 के आखिरी में कंपनी का कर्ज 2.99 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया।