
पूर्वी सिंहभूम, 18 अगस्त । झारखंड में पूर्वी सिंहभूम जिला उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने सोमवार को जिलावासियों को आकाशीय बिजली से बचाव के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से समाहरणालय परिसर से ‘वज्रपात सुरक्षा रथ’ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। सुरक्षा रथ के माध्यम से आम लोगों को आकाशीय बिजली से बरती जाने वाली सावधानियों की जानकारी दी जाएगी।
पूर्वी सिंहभूम जिला के उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने इस अवसर पर कहा कि प्राकृतिक आपदाओं से निपटने का सबसे प्रभावी तरीका जागरूकता है। इसी कड़ी में यह पहल की गई है, जिससे कि ग्रामीण और शहरी, दोनों क्षेत्रों में लोगों तक आकाशीय बिजली से सुरक्षा संबंधी संदेश पहुंचाया जा सके और जनहानि की आशंका को कम किया जा सके।
उपायुक्त ने बताया कि आंधी-तूफान या बारिश के समय खुले मैदान, ऊँचे पेड़ों और बिजली के खंभों से दूर रहना चाहिए। खेतों में काम कर रहे किसानों को तत्काल सुरक्षित स्थान पर जाना चाहिए। घरों में लोग बिजली से जुड़े उपकरण बंद कर दें। मोबाइल या अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामानों का उपयोग न करें। सड़क पर होने पर तुरंत किसी भवन के अंदर शरण लेना सुरक्षित है। वहीं, यदि कोई खुले स्थान पर फंस जाए, तो लेटने के बजाय दोनों कान बंद कर झुककर बैठना चाहिए और बिजली की गर्जन सुनाई देने के बाद कम से कम आधे घंटे तक सुरक्षित स्थान पर रहना चाहिए।
उपायुक्त ने सभी जिलावीसियों से अपील की है कि वे आकाशीय बिजली गिरने के दौरान इन निर्देशों का पालन अवश्य करें, ताकि स्वयं और अपने परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकें।