कोलकाता, 18 अगस्त  । पश्चिम बंगाल में एसएससी भवन अभियान से पहले बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। बर्खास्त शिक्षकों के आंदोलन के बीच चंदननगर पुलिस कमिश्नरेट ने शिक्षक नेता सुमन विश्वास को हुगली के आदिसप्तग्राम स्टेशन से सोमवार सुबह गिरफ्तार कर लिया। आरोप है कि एक ऑडियो क्लिप में पुलिस पर बम से हमले और आगजनी की साजिश रचने की बात सामने आई है। हालांकि इस ऑडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं हुई है।

बिधाननगर पुलिस कमिश्नरेट ने रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह ऑडियो क्लिप सार्वजनिक की थी। पुलिस के मुताबिक, फोन पर हुई इस बातचीत में कुछ बर्खास्त शिक्षक आगामी आंदोलन के दौरान पुलिस पर बम से हमला करने और आगजनी की योजना बनाते सुनाई दे रहे थे। पुलिस का कहना है कि इस साजिश से सुमन विश्वास जुड़े हुए हैं।

सुमन के परिवार ने गिरफ्तारी पर कड़ा विरोध जताया। उनके भाई संजय विश्वास ने कहा,“आज सुबह पता चला कि भैया को आदिसप्तग्राम स्टेशन से पकड़ लिया गया, जबकि वे आंदोलन में शामिल होने जा रहे थे। न तो उन्हें कुछ कहने दिया गया, न ही बताया गया कि उन्हें किस थाने ले जाया गया है। क्या 2016 में नौकरी पाना उनका अपराध था? अगर सरकारी कर्मचारी को ही सरकार अपमानित करेगी तो हम कहां जाएं?”

परिवार के अनुसार, सोमवार तड़के करीब 5:30 बजे पुलिस की एक टीम उनके बैंडेल स्थित घर भी पहुंची और तलाशी ली। उस समय सुमन घर पर नहीं थे।

सोमवार को बर्खास्त शिक्षकों का संगठन ‘चाकरीहारा योग्य शिक्षक मंच’ एसएससी भवन अभियान करने वाला है। पुलिस के अनुसार, आंदोलन के लिए अनुमति नहीं दी गई है। बिधाननगर डीसी अनीश सरकार ने बताया कि पुलिस को करीब छह मिनट की एक रिकॉर्डिंग मिली थी, जिसमें हमले की योजना के संकेत थे। इसी आधार पर मामला दर्ज हुआ और कार्रवाई की गई।

गिरफ्तारी से पहले सुमन विश्वास ने पुलिस के आरोपों को खारिज किया था। उन्होंने कहा, “हम हिंसक आंदोलन के पक्ष में नहीं हैं। राज्य सरकार चाहती है कि आंदोलन को बदनाम कर दिया जाए।”