
गुवाहाटी, 16 अगस्त। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) आगामी विजय दशमी के दिन अपनी स्थापना के 100 वर्ष पूरा करेगा। इस जन्म शताब्दी वर्ष के दौरान पूरे वर्ष भर विभिन्न कार्यों के तहत शताब्दी वर्ष मनाएगा। यह जानकारी शनिवार काे संवाददाता सम्मेलन में संघ द्वारा आयोजित होने वाले कार्यक्रम के बारे में आरएसएस के अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख प्रदीप जोशी ने दी।
प्रदीप जोशी ने बताया कि आगामी विजया दशमी से वर्ष 2026 के विजया दशमी तक वर्षभर संघ पूरे देश में जन्मशताब्दी के उपलक्ष्य में कई कार्यक्रम आयोजित करेगा। इनमें से कुछ कार्यक्रम संघ के आंतरिक कार्यक्रम हैं और अन्य कार्यक्रम सामूहिक कार्यक्रम होंगे। उन्होंने पत्रकारों को बताया कि जन्मशताब्दी के उपलक्ष्य में संघ चार संगठनात्मक कार्यक्रम पूरे देश में आयोजित करेगा। जिसमें गणवेष कार्यक्रम, घर-घर संपर्क कार्यक्रम, संघ के स्वयंसेवकों द्वारा वर्तमान और पूर्व सभी स्वयंसेवकों को पत्र भेजना और 7 दिन की शाखा का कार्यक्रम शामिल हैं।
संघ के इस संगठनात्मक कार्यक्रम के अलावा, सामाजिक रूप से तथा सामूहिक रूप से चार कार्यक्रम संघ द्वारा आयोजित किए जाएंगे। जिसमें एक बड़ा हिंदू सम्मेलन आयोजित करना, ब्लॉक स्तर पर सामाजिक सम्मेलन, समाज के प्रत्येक वर्गों के प्रमुख जनगोष्ठी और दल-संगठन के नेताओं के साथ चर्चा सभा आयोजित करना और देश के 40 वर्ष के युवा शक्ति के कौशल विकास कर उन्हें अपनी-अपनी कार्यक्षमता से देश सेवा के लिए प्रेरित करने का प्रयास करना शामिल है।
उन्होंने कहा कि देश को विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के स्तर पर लाने के लिए इस युवा शक्ति को अपनी कार्यकुशलता से आगे बढ़ना होगा। उन्होंने अपने संबोधन के दौरान अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए 50 प्रतिशत शुल्क के परिणामस्वरूप भारत को अब क्या कदम उठाना चाहिए इस संदर्भ में टिप्पणी करते हुए कहा कि गांधीजी ने भी स्वदेशी अपनाने की बात की थी। अर्थात स्वदेश में निर्मित सामग्री का उपयोग करने की बात। आज भी सरकार कह रही है ‘भोकल वॉर लोकल’, आत्मनिर्भर भारत की बात। इसलिए हमें इसी रास्ते पर आगे बढ़ना होगा और देश को आत्मनिर्भर बनाना होगा।
वहीं स्वतंत्रता दिवस के दिन लाल किले से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा आरएसएस की प्रशंसा करने के विषय में विरोधियों द्वारा आलोचना करने के संदर्भ में पत्रकारों के सीधे सवाल के जवाब में जोशो ने कहा कि आलोचना करना विरोधियों का काम है। प्रधानमंत्री स्वयं एक स्वयंसेवक हैं, इसलिए उन्होंने संघ की प्रशंसा की है, यह स्वाभाविक है। वहीं संघ के उद्यम से संघ के विभिन्न सहयोगी संगठनों ने आज राष्ट्रनिर्माण के लिए निरंतर काम किया है। स्वास्थ्य, शिक्षा, सामाजिक, कृषि सहित विभिन्न क्षेत्रों में देश को वास्तव में आगे बढ़ाने के लिए संघ के स्वयंसेवकों ने पिछले 100 वर्षों से काम करते आ रहा है और वे अनादि अनंत काल तक काम करते रहेंगे।
पत्रकारों के सवाल के जवाब में जोशी ने कहा कि असम और पूरे देश के लिए अवैध प्रवासन की समस्या एक चिंतनीय विषय बन गई है। इस समस्या का समाधान करने के लिए संघ आगामी समय में समाज के प्रत्येक वर्ग के साथ मिलकर काम करेगा। उन्होंने बताया कि 1950 से ही संघ के कार्यकर्ता असम में काम कर रहे हैं। भविष्य में संगठन अपने कार्य को 100 प्रतिशत ब्लॉक स्तर तक बढ़ाने और सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
इस दाैरान क्षेत्र मुख्यालय गुवाहाटी स्थित सुदर्शनालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में संघ के क्षेत्र प्रचार प्रमुख डॉ. सुनील मोहंती और उत्तर असम क्षेत्र के प्रचार प्रमुख किशोर शिवम उपस्थित थे।