बंगाल सरकार ने नहीं दिया है मुआवजा भी, गवाहों को धमका रहे हैं आरोपित
कोलकाता, 14 अगस्त । उत्तर बंगाल में अलीपुरद्वार जिले के जयगांव में छह वर्षीय बच्ची से दुष्कर्म और फिर हत्या के मामले को लगभग एक साल बीत गया है, लेकिन पीड़िता के परिवार को अब तक न्याय नहीं मिल पाया है। पीड़िता की मां का कहना है कि आरोपितों के परिजन लगातार धमकियां दे रहे हैं और सरकार की ओर से वादा किया गया मुआवजा भी नहीं मिला।
पीड़िता की मां ने गुरुवार को कहा कि पति को पैरालिसिस हो गया है, बिस्तर पर पड़े हैं। बड़ी बेटी ही हमारे घर की सहारा थी, लेकिन वह भी छीन ली गई। उस बच्ची का क्या कसूर था? वह तो उन्हें (आरोपितों) ‘काकू’ कहकर पुकारती थी। छह साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म कर उसे जिंदा जला दिया गया। आखिर मेरी बेटी को मारकर उन्हें क्या मिला?
उन्होंने आरोप लगाया कि जेल में बंद आरोपितों के घरवाले गवाहों को डरा रहे हैं। जो भी गवाह है, उन्हें कह रहे हैं कि गवाही मत दो, नहीं तो मार डालेंगे। मैंने वकील से कहा है, पुलिस को भी बताया है, लेकिन नहीं जानती क्या होगा।
पीड़िता की मां ने कहा कि आर्थिक तंगी से जूझ रही मां अब लोगों से जो भी मदद मिल रही है, उसी से छोटे बेटे, एक साल की बच्ची और बीमार पति का खर्च चला रही हैं। उन्होंने कहा कि अगर मेरी बेटी जिंदा होती, तो मुझे इन चिंताओं का सामना नहीं करना पड़ता।
उन्होंने बताया कि सरकार ने 10 लाख रुपये मुआवजे का वादा किया था, बाद में पांच लाख रुपये की बात कही गई, लेकिन अब तक कुछ नहीं मिला। बच्ची की मां ने कहा कि मैं इसे स्वीकार नहीं करूंगी। मैं चाहती हूं कि जिन्होंने मेरी बेटी को मारा, उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिले। जब तक उनकी फांसी नहीं होती, मेरी बच्ची की आत्मा को शांति नहीं मिलेगी। क्या हम गरीब हैं इसलिए हमें इंसाफ नहीं मिलेगा?
पीड़िता की मां ने साफ कहा कि वह अंतिम सांस तक लड़ाई लड़ेंगी और बेटी के लिए न्याय पाकर ही दम लेंगी।