कोलकाता, 14 अगस्त । वर्ष 1947 के भारत विभाजन के दौरान झेली गई अपार पीड़ा, हिंसा और विस्थापन की स्मृति में देशभर में गुरुवार को ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ मनाया गया। इस अवसर पर सियालदह रेलवे स्टेशन पर विशेष कार्यक्रम आयोजित हुए, जहां विभाजन के समय के शरणार्थियों की कहानियों और संघर्षों को याद किया गया।

विभाजन के दौरान सियालदह स्टेशन एक प्रमुख बिंदु था, जहां पूर्वी पाकिस्तान (अब बांग्लादेश) से आए लाखों शरणार्थियों ने कदम रखा था। यह स्थान इतिहास के सबसे बड़े मानव विस्थापनों का साक्षी रहा है।

इस वर्ष आयोजित कार्यक्रम में शरणार्थियों के प्रवास और संघर्षों को दर्शाती फोटो प्रदर्शनी लगाई गई। इसके अलावा विभाजन के ऐतिहासिक प्रभाव को उजागर करने वाला नुक्कड़ नाटक और युवाओं को इतिहास के इस दर्दनाक अध्याय से परिचित कराने के लिए वृत्तचित्रों का प्रदर्शन भी किया गया।

आयोजन का उद्देश्य उन लाखों लोगों की स्मृति को संजोना था जिन्होंने अकल्पनीय कष्ट सहे और साथ ही समाज को शांति, एकता और करुणा के मूल्यों को अपनाने का संदेश देना था।