अजमेर, 7 दिसम्बर। हाथी दांत की तस्करी के आरोप में वन विभाग की टीम ने तीन युवकों को गिरफ्तार कर उनसे हाथी दांत बरामद किए हैं। वन विभाग के अधिकारियों ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। विभाग के अधिकारी पकड़े गए युवकों से पूछताछ कर पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं कि उन्हें यह हाथी दांत कहां से मिले।
वन विभाग के अधिकारी हाथी दांत तस्करी की पूरी कड़ी जोड़ने के प्रयास कर रहे हैं। बताया जाता है कि विभाग की टीम ने हाथी दांत की तस्करी करने वाले तीन लोगों की सूचना वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो से मिली थी।
डीएफओ अभिमन्यु सहारण ने बताया कि वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो की सूचना एसीएफ मुल्केश सालवान, अजमेर रेंजर बालूराम सारण सहायक वनपाल महेंद्र, अलका चौधरी, गिरिराज मीणा, बच्छराज सिंह, वनरक्षक निम्बाराम गोदारा की टीम बनाई गई। ब्यूरो के सदस्य भी इसमें शामिल थे। डीएफओ के मुताबिक नसीराबाद रेंज क्षेत्र में आने वाले तबीजी के पास आरोपी ने हाथी दांत का सौदा करने के लिए किसी व्यापारी को बुलाया था। वह नहीं पहुंचा, लेकिन टीम के सदस्यों ने ग्राहक बनकर कार्रवाई की।
डीएफओ के मुताबिक आरोपी हटूंडी निवासी कादर, डूमाड़ा निवासी भंवरलाल गुर्जर, सीकर जिले के खंडेला निवासी महावीर प्रसाद मीणा के कब्जे से कार्रवाई के दौरान एक किलो वजनी और 45 सेंटी मीटर लंबा हाथी दांत बरामद किया गया।
तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया। अब तक की पूछताछ में सामने आया है कि आरोपितों ने यह हाथी दांत किसी कमरूद्दीन नाम के व्यक्ति से एक लाख रुपये में खरीदा था। जिसे आगे बेचने के लिए एक व्यापारी से सौदा किया गया था लेकिन व्यापारी नहीं पहुंचा। आरोपितों ने व्यापारी का नाम अब तक नहीं बताया है।
विभाग की टीम कमरूद्दीन और व्यापारी का पता लगाने में जुटी है। पकड़े गए तीनों आरोपितों से पूछताछ की जा रही है। आरोपित बार- बार बयान बदल रहे हैं। विभाग की टीम इसकी तस्दीक में जुटी है।