
रांची, 28 जून। हटिया प्रोजेक्ट वर्कर्स यूनियन के महामंत्री और इंटक के राष्ट्रीय संगठन सचिव लीलाधर सिंह ने कहा कि वर्तमान वैश्विक परिस्थितियों, वित्तीय संकट और एचईसी की बदहाली को देखते हुए ट्रेड यूनियनों की जिम्मेदारी बढ़ गई है। यूनियन का उद्देश्य श्रमिक और उद्योग दोनों के हितों की रक्षा करना है। लीलाधर सिंह शनिवार को यूनियन की ओर से आयोजित बैठक को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने बताया कि ठेका कामगारों को रविवार छोड़कर किसी भी अवकाश (ईएल या सीएल) में कटौती नहीं होगी। हर समस्या का समाधान द्विपक्षीय वार्ता से निकलता है, बार-बार हड़ताल से नहीं। सितंबर 2023 से वेतन का भुगतान कराया जाएगा, लेकिन हड़ताल के दौरान अनुपस्थित रहे ठेका कामगारों को जो नुकसान हुआ है। यह बड़ा सवाल है। हड़ताल को अंतिम हथियार बताया और कहा कि यह असफल होने पर मजदूरों को ही भारी नुकसान पहुंचाती है।
बैठक में गिरीश चौहान, दिलीप सिंह, भोला साव, राजेन्द्र कान्त, राम मोहन बैठा समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।