
रांची, 21 जून । राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के साले और पूर्व सांसद साधु यादव ने लेखक मृत्युंजय शर्मा को उनकी पुस्तक ब्रोकन प्रोमाइसेस और राज शमानी के पॉडकास्ट में दिए बयानों के लिए पांच करोड़ रुपये का मानहानि नोटिस भेजा है।
शर्मा ने साधु यादव पर गंभीर आरोप लगाए है। आरोपों में 1999 के शिल्पी-गौतम डबल मर्डर केस में कथित संलिप्तता, 1997 में छात्र नेता चंद्रशेखर की हत्या के विरोध में जेएनयू छात्रों पर गोली चलाने का आदेश, 2002 में रोहिणी आचार्य की शादी के दौरान पटना में लूटपाट, साधु यादव ने इन आरोपों को मानहानिकारक बताते हुए अपनी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचने का दावा किया।
शर्मा ने जवाब में कहा, “मैंने बिहार के जंगलराज का सच लिखा। न माफी मांगूंगा, न डरूंगा। उन्होंने साधु यादव पर पहले भी कॉल करने का आरोप लगाया और अपने एवं अपने परिवार को किसी हानि के लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराया।
उल्लेखनीय है कि इसकी पृष्ठभूमि लालू-राबड़ी शासन (1990-2005) में ‘जंगलराज’ के दौरान अपराध चरम पर था। साधु यादव का नाम कई विवादों, खासकर शिल्पी-गौतम हत्याकांड में आया था। इसमें साधु यादव ने अपना पक्ष दिया कि उन्होंने आरोपों को निराधार और छवि खराब करने की साजिश बताया। सोशल मीडिया पर शर्मा को लोगों का समर्थन और आलोचना दोनों मिल रही है।