
कोलकाता, 13 जून । विवादों में घिरे मुर्शिदाबाद जिला अंतर्गत भरतपुर के तृणमूल विधायक हुमायूं कबीर को पार्टी की अनुशासन समिति ने एक बार फिर कड़ी फटकार लगाई है।
मिली जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को उन्हें विधानसभा में ऊर्जा मंत्री शोभनदेव चटर्जी ने अपने कक्ष में बुलाया और एक आधिकारिक पत्र सौंपा, जिसमें स्पष्ट रूप से ‘लास्ट एंड फाइनल वॉर्निंग’ (अंतिम चेतावनी) शब्दों का प्रयोग किया गया है।
पार्टी सूत्रों के अनुसार, इस पत्र पर शोभनदेव चटर्जी के अलावा वरिष्ठ तृणमूल नेता अरूप विश्वास, फिरहाद हाकिम और चंद्रिमा भट्टाचार्य के भी हस्ताक्षर हैं। आरोप है कि बीते कुछ दिनों में हुमायूं कबीर ने विभिन्न मीडिया माध्यमों और सार्वजनिक मंचों पर ऐसे बयान दिए हैं जिससे तृणमूल कांग्रेस को असहज स्थिति का सामना करना पड़ा है। पार्टी के लिए यह एक शर्मिंदगी भरा दौर रहा, जिसके चलते अनुशासन समिति ने सख्त रवैया अपनाया है।
तृणमूल के अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि यदि हुमायूं अब भी नहीं संभले, तो उनके विधायक पद को लेकर पार्टी कोई कड़ा निर्णय ले सकती है। यह चेतावनी इस बात का संकेत मानी जा रही है कि अब पार्टी उनके बगावती तेवर को और बर्दाश्त नहीं करेगी।
गौरतलब है कि इससे पहले भी हुमायूं कबीर कई बार विवादास्पद और भड़काऊ बयान देकर सुर्खियों में आ चुके हैं। मार्च महीने में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी के साथ धार्मिक मुद्दे पर बयानबाज़ी करते हुए उन्होंने पार्टी की अनुशासन समिति से नोटिस भी प्राप्त किया था। बावजूद इसके, उनके तेवरों में कोई बदलाव नहीं देखा गया है। राजनीतिक हलकों में यह चर्चा जोरों पर है कि अब तृणमूल उन्हें लेकर ‘नो टॉलरेंस पॉलिसी’ की ओर बढ़ रही है।