
कोलकाता, 09 जून । देश में कोविड संक्रमण के मामलों में फिर से वृद्धि को देखते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को लोगों से घबराने के बजाय सतर्क रहने की अपील की। उन्होंने स्पष्ट कहा कि फिलहाल घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है, लेकिन सावधानी जरूर बरतनी होगी।
मुख्यमंत्री ने सोमवार को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक की, जिसमें राज्य की कोविड-19 को लेकर तैयारियों की समीक्षा की गई। बैठक के बाद संवाददाताओं को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि जरूरत पड़ने पर लोग सरकारी अस्पतालों में इलाज कराएं। हमारे सरकारी अस्पतालों में पूरी चिकित्सा सुविधा मौजूद है।
उन्होंने बताया कि राज्य के स्वास्थ्य विभाग से लेकर पंचायत और नगर निकाय स्तर तक सभी प्रशासनिक इकाइयों के साथ समन्वय बनाकर व्यापक तैयारी की गई है, ताकि यदि पिछली बार की तरह संकट गहराए तो उससे निपटने के लिए पूरी व्यवस्था पहले से तैयार रहे।
मुख्यमंत्री ने खासतौर पर वृद्ध नागरिकों और पहले से हृदय, फेफड़े या अन्य दीर्घकालिक बीमारियों से पीड़ित लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि जिन लोगों को को-मॉर्बिड स्थितियां हैं, उन्हें समय पर उचित इलाज कराना चाहिए। सरकार आपके साथ थी, है और रहेगी।
उन्होंने यह भी दोहराया कि कोविड के किसी भी लक्षण के दिखाई देने पर नागरिकों को बिना देरी के सरकारी अस्पतालों में इलाज कराना चाहिए, क्योंकि वहां सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध हैं।
गौरतलब है कि देशभर में कोविड संक्रमण के मामलों में हाल ही में तेजी देखी गई है। रविवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में देश में सक्रिय मरीजों की संख्या में 378 की वृद्धि दर्ज की गई है, जिससे कुल सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर छह हज़ार 133 हो गई है। बंगाल में भी संक्रमण के मामलों में इजाफा हो रहा है, जहां एक दिन में 71 नए सक्रिय मरीज सामने आए हैं और कुल सक्रिय मामलों की संख्या 693 हो चुकी है।
मुख्यमंत्री की यह अपील ऐसे समय में आई है जब लोगों के बीच एक बार फिर कोविड को लेकर चिंता और भ्रम की स्थिति बनने लगी है। सरकार ने साफ कर दिया है कि वह पूरी तरह से तैयार है और लोगों को घबराने के बजाय जिम्मेदारी से व्यवहार करना चाहिए।