
नई दिल्ली , 7 जून । छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में भारतीय सेना के जवान मोतीराम अचला की हत्या के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने नक्सली आशु कोरसा के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल कर दिया है। अचला की फरवरी 2024 में नक्सलियों ने योजना बनाकर हत्या कर दी थी। जागदलपुर में एनआईए के विशेष न्यायालय में दाखिल आरोप पत्र में 1860 की धारा 302 के साथ 120बी और यूए (पी) अधिनियम की धारा 16, 18, 20, 38 और 39 के तहत आरोप पत्र दायर किया गया है। उक्त जानकारी एनआईए ने आज शनिवार को प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दी है।
उल्लेखनीय है कि है कि जवान मोतीराम अचला की हत्या पिछले साल 25 फरवरी को कांकेर जिले के अमाबेड़ा क्षेत्र के उसेली गांव में की गई थी। जब सेना का जवान अपने परिवार के साथ मेला देखने जा रहा था, उसी समय सीपीआई (माओवादी) के सशस्त्र कैडर ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस अपराध को आशु कोरसा ने अंजाम दिया था। एनआइए की जांच में सामने आया कि आरोपित प्रतिबंधित नक्सली संगठन सीपीआई (माओवादी) की आपराधिक साजिश में शामिल था। उसने जानबुझ कर भारतीय सेना के जवान मोतीराम अचला की हत्या की थी।
स्थानीय पुलिस द्वारा दर्ज किए गए इस मामले को एनआईए 29 फरवरी 2024 को अपने हाथ में लिया था। जांच के दौरान यह पाया गया कि आरोपित आशु कोरसा नक्सलियाें के उत्तर बस्तर डिवीजन की कुयेमारी समिति का सक्रिय सशस्त्र कैडर था। उसने एक अन्य वरिष्ठ नक्सली कैडर के साथ मिलकर मोतीराम अचला की पहचान की और स्थानीय बाजार में उसकी हत्या कर दी थी। आरोपित को पिछले साल दिसंबर में एनआईए ने इस साजिश के संबंध में गिरफ्तार किया गया था।