पेरिस, 29 नवंबर। फ्रांस में अधिकारियों ने विवादास्पद योग संगठन ‘मूवमेंट फॉर स्पिरिचुअल इंटीग्रेशन इनटू द एब्सोल्यूट’ (एमआईएसए) के खिलाफ छापा मारकर ‘गुरु’ समेत 41 लोगों को गिरफ्तार किया है।
मामले से जुड़े सूत्रों के अनुसार इस योग संगठन के नेता एवं गुरु ग्रेगोरियन बिवोलारू (71) पर दुर्व्यवहार के कई आरोप हैं। यह कथित योग गुरु पिछले वर्षों में रोमानिया, स्वीडन और फ्रांस में न्यायिक अधिकारियों के निशाने पर रहा है। बिवोलारू को रोमानिया और स्वीडन दोनों देशों की नागरिकता प्राप्त है।
सूत्रों के अनुसार ने इस योग केन्द्र के लोगों को पेरिस क्षेत्र और दक्षिणी फ्रांस में मंगलवार को गिरफ्तार किया गया और उनमें संप्रदाय के अन्य प्रमुख सदस्य भी शामिल हैं। ‘गुरु’ और ‘शिष्यों’ को गिरफ्तार करने के अभियान के लिए लगभग 175 पुलिस अधिकारियों को तैनात किया गया था। अभियान के दौरान 26 महिलाओं, जिनमें से कई को उनकी इच्छा के विरुद्ध रखा गया था, को मुक्त कराया गया। उन्हें स्थान और स्वच्छता दोनों के मामले में ‘अपमानजनक परिस्थितियों में रखा गया था’।
सूत्रों के अनुसार विभिन्न देशों की कई महिलाओं ने कहा कि वे एमआईएसए योग संगठन और उसके नेता की शिकार हुई हैं। महिलाओं को समूह के नेता के साथ यौन संबंध स्वीकार करने तथा ‘फ्रांस और विदेशों में शुल्क-भुगतान वाली अश्लील प्रथाओं में भाग लेने के लिए सहमत होने’ के लिए मजबूर किया गया।
एमआईएसए कई योग विद्यालय और संबंधित ऑपरेशन चलाता है। अपनी आधिकारिक वेबसाइट योगएसोटेरिक पर, संगठन ने खुद को “रोमानिया और यूरोप में सबसे बड़ा योग स्कूल” और बिवोलारू को अपना “आध्यात्मिक गुरु” बताता है।
संगठन ने अपनी बेवसाइट पर यह भी लिखा है, ‘योग प्रणाली के पारंपरिक कठोर दृष्टिकोण, बड़ी संख्या में अध्ययन किए गए सैद्धांतिक और व्यावहारिक दोनों पहलुओं और पश्चिमी सांस्कृतिक वातावरण में योग मूल्यों और प्रथाओं के सुसंगत एकीकरण से सफलता मिलती है।’