वाशिंगटन, 14 मई । अमेरिका की एक संघीय अदालत ने बेवर्ली हिल्स हवेली कैलीफोर्निया में अपने पिता जोस और मां किट्टी मेनेंडेज की हत्या के जुर्म में लाइल और एरिक मेनेंडेज को मंगलवार को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। दोनों तीन दशक के अधिक समय से जेल में बंद हैं। लाइल अब 57 और एरिक 54 वर्ष के हैं। लॉस एंजिल्स सुपीरियर कोर्ट के जज माइकल वी. जेसिक ने यह फैसला परिवार के सदस्यों की गवाही के एक दिन बाद सुनाया।

द न्यूयॉर्क टाइम्स की खबर के अनुसार, सुपीरियर कोर्ट ने जेल से रिहाई की संभावना के मद्देनजर दोनों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। परिवार के सदस्यों ने गवाही दी कि दोनों भाइयों ने शिक्षा और स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से जेल के अंदर अपने जीवन को बदल दिया है। उन्होंने अदालत से 1989 के इस केस में दोनों भाइयों को कम से कम सजा सुनाने का आग्रह किया। लाइल और एरिक की मौसी जोन वेंडरमोलेन की गवाही इस केस में सबसे अहम रही।

जज जेसिक ने फैसले में लिखा कि यह बहुत ही भयानक अपराध था। गुनाह बहुत चौंकाने वाला था। जेल सुधार अधिकारियों ने दोनों के जीवन में बदलाव के साक्ष्य उपलब्ध कराए। इन साक्ष्यों ने स्पष्ट रूप से इस केस में फैसले को प्रभावित किया। बचाव पक्ष के वकील मार्क गेरागोस ने फैसले की प्रशंसा करते हुए कहा कि वह न्यायाधीश जेसिक को सलाम करते हैं। उल्लेखनीय है कि दोनों भाइयों ने गुनाह स्वीकार करते हुए कहा था कि उनके सामने हत्या करने के अलावा कोई रास्ता नहीं था। पिता ने उनका यौन उत्पीड़न किया और मां ने कभी भी विरोध नहीं किया।