कानपुर, 05 मई। चमनगंज थाना क्षेत्र के गांधीनगर इलाके में पांच मंजिला इमारत में लगी आग में पति-पत्नी और उनकी तीन बेटियों की मौत हो गई। करीब आठ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद सभी शव बरामद कर लिए गए हैं। इस इमारत की पहली और दूसरी मंजिल पर जूते-चप्पल का कारखाना है। तीसरी और चौथी मंजिल पर परिवार रहते हैं।

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि रविवार रात करीब 8:30 से 9 बजे के बीच इमारत के निचले तल पर जूते के कारखाने में अचानक आग लग गई। देखते ही देखते आग दूसरी मंजिल से चौथी मंजिल तक पहुंच गई। कारखाने में अत्यधिक ज्वलनशील सामग्री होने की वजह से आग ने विकराल रूप ले लिया।सूचना पर पहुंचे पुलिस और दमकल कर्मियों ने इमारत में फंसे कई लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। इस बीच 10 मिनट के अंतराल में जोरदार तीन धमाके हुए जिससे आग और भी तेज धधकने लगी। आग बुझाने के लिए हाइड्रोलिक मशीन के जरिए लगातार पानी की बौछार जारी रही। आग बुझती न देख आखिरकार लखनऊ से एसडीआरएफ टीम को बुलाना पड़ा।

दमकल की करीब 20 गाड़ियों, 70 फायर फाइटर्स और पुलिस कर्मियों की कड़ी मशक्कत के बाद करीब आठ घंटे बाद परिवार के सभी सदस्यों मोहम्मद दानिश (45) नजमी सबा (42) बेटियां सारा (15) सिमरा (12) और सात वर्षीय इनायत के शवों को बरामद कर लिया गया।एडीसीपी सेंट्रल राजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि पांच मंजिला इमारत के निचले तल में शार्ट सर्किट की वजह से आग लगी। पहली और दूसरी मंजिल में जूते-चप्पल का कारखाना था, इसलिए आग ने विकराल रूप ले लिया। घटना में एक ही परिवार के पांच लोग जिंदा जल गए। सभी शवों को जिला अस्पताल भेजकर अग्रिम विधिक कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।