-नक्सलियों के साथ शांति वार्ता को लेकर मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने भी सोमवार को अपने वरिष्ठ सहयोगियों से की मुलाकात

जगदलपुर, 28 अप्रैल । छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ अभियान को रोकने और उनकी शांति वार्ता के प्रस्ताव को लेकर तेलंगाना के नेताओं के बयान सामने आ रहे हैं। उन्होंने नक्सलियों के साथ शांति वार्ता करने का समर्थन किया है। इसको लेकर जहां सोमवार को तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने अपने वरिष्ठ सहयोगियों से मुलाकात इस मुद्दे पर चर्चा की है, वहीं छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के तेलंगाना सीमा पर नक्सलियों के खिलाफ सबसे बड़े नक्सल विराेधी अभियान के बीच तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री कल्वाकुंतला चंद्रशेखर राव (केसीआर) ने रविवार को एक आम सभा में कहा कि मैं केंद्र सरकार से ऑपरेशन ‘कगार’ को बंद करने की अपील करता हूं।

तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री केसीआर ने आम सभा के दौरान नक्सल ऑपरेशन में निर्दोष आदिवासियों के मारे जाने की बात कही है। साथ ही सरकार से नक्सल विराेधी अभियान काे रोकने की अपील करते हुए केंद्र सरकार से शांति वार्ता की भी वकालत की है। उन्होंने कहा किे नक्सली शांति वार्ता का प्रस्ताव सरकार को भेज रहे हैं, लेकिन सरकार की ओर से कोई पहल नहीं की जा रही है। इसलिए मैं केंद्र सरकार को ऑपरेशन रोकने के लिए पत्र लिखूंगा। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन ‘कगार’ यानी ‘अंतिम मिशन’ को रोका जाना चाहिए, केंद्र और राज्य सरकारें नक्सलियों पर क्रूरता पूर्वक अत्याचार कर रही हैं और उनकी हत्या कर रही हैं।

केसीआर की बेटी और एमएलसी के. कविता ने भी नक्सलियाें से शांति वार्ता का राग अलापना शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि नक्सलवाद एक विचारधारा है, इसे केवल चर्चा से खत्म किया जा सकता है। आतंक को बल द्वारा खत्म करने का प्रयास किया जाएगा तो यह बढ़ता ही जाएगा। उन्होंने कहा कि केसीआर ने आह्वान किया है कि ऑपरेशन ‘कगार’ को तुरंत रोका जाए। केंद्र-राज्य सरकारें शांति चर्चा के लिए नक्सलियों को बुलाएं, इससे देश की उन्नति होगी।

नक्सलियों के साथ शांति वार्ता को लेकर मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने भी सोमवार को अपने वरिष्ठ सहयोगियों से मुलाक़ात की और इस मुद्दे पर चर्चा

की । यानी विपक्षी बीआरएस और सत्तासीन कांग्रेस अब नक्सलियों से वार्ता के पक्ष में खड़ी हो गई है । वहीं पूर्व जस्टिस चंद्रकुमार, प्रोफेसर हरगोपाल सहित अन्य लोगों ने इसी महीने की 22 अप्रैल को हरगोपाल की अध्यक्षता वाली समिति ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को पत्र भी लिखा था।

जना रेड्डी के आवास पर आधे घंटे तक चली बैठक में सरकारी सलाहकार के. केशव राव और वेम नरेंद्र रेड्डी भी शामिल हुए । इस दौरान नक्सलियों द्वारा युद्ध विराम और शांति वार्ता की अपील के मद्देनजर प्रोफेसर हरगोपाल और अन्य ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी से मुलाकात कर चर्चा की।

इधर, तेलंगांना के पूर्व मुख्यमंत्री केसीआर के बयान से छत्तीसगढ़ में सियासत गरमा गई है। केसीआर के बयान पर छग के पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि केसीआर के समय तेलंगाना में नक्सलियों की क्या स्थिति थी, देश जानता है। केसीआर अब सत्ता से हट गए तो उन्हें दस बातें याद आ रही हैं। 10 साल तक जिन विषयों में केसीआर सक्रिय थे सब जानते हैं।