कोलकाता, 25 अप्रैल  ।बागुईआटी ट्रॉलीकांड में अब तक की सबसे बड़ी जानकारी सामने आई है। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, आरोपित  कौशिक ने हत्या के बाद सबूत छिपाने के लिए एक साजिश रची थी। उसने रिया का शव ट्रॉली बैग में भरकर ऐप कैब बुक की और बारासात से बागुईआटी तक सफर किया और फिर पैदल चलकर देशबंधुनगर के एक सुनसान इलाके में शव को फेंक दिया।

इस मामले की तह तक जाने में पुलिस को सबसे बड़ी मदद उस ऐप कैब ड्राइवर से मिली, जिसे कौशिक ने इस्तेमाल किया था। जब पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले और ऐप कैब कंपनी से जानकारी मांगी, तब उस ड्राइवर को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। ड्राइवर ने स्वीकार किया कि उसने आरोपित को एक भारी ट्रॉली बैग के साथ बागुईआटी तक छोड़ा था। यहीं से पुलिस को हत्या के बाद की असली कहानी समझ आई।

पुलिस जांच में सामने आया है कि रिया की हत्या के बाद कौशिक ने पास-पड़ोस में शक न हो, इसलिए शव को कहीं दूर ले जाकर फेंकने का प्लान बनाया। यही वजह थी कि उसने कैब बुक की और शव को एक आम ट्रॉली बैग में रखकर बागुईआटी पहुंचा। वहां से वह देशबंधुनगर के एक संकरी गली में पहुंचा और शव को फेंक दिया।

23 अप्रैल को जब इलाके के लोगों ने कचरे के ढेर में पड़ा ट्रॉली बैग देखा और उससे बदबू आने लगी, तब पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने जब बैग खोला, तो एक युवती का शव मिला। उसके मुंह पर ब्राउन टेप चिपका हुआ था। तीन दिनों की जांच के बाद पुलिस ने मृतका की पहचान रिया धर के रूप में की, जो मुर्शिदाबाद की रहने वाली थी और हाल में ही अपने पति और बच्चे को छोड़कर प्रेमी के साथ बारासात में रह रही थी।

अब आरोपित कौशिक पुलिस की हिरासत में है। पुलिस उससे लगातार पूछताछ कर रही है कि हत्या की वजह केवल आपसी झगड़ा था या इसके पीछे और कोई बड़ी वजह छिपी है। साथ ही यह भी पता लगाया जा रहा है कि इस साजिश में कोई और व्यक्ति शामिल था या नहीं।