
नई दिल्ली, 23 अप्रैल । विश्व बैंक ने बुधवार को चालू वित्त वर्ष 2025-26 के लिए भारत के विकास दर अनुमान को 0.40 फीसदी घटाकर 6.3 फीसदी कर दिया। विश्व बैंक ने पिछले पूर्वानुमान में वित्त वर्ष 2025-26 के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि दर 6.7 फीसदी रहने का अनुमान जताया था।
विश्व बैंक ने ने अपने द्विवार्षिक क्षेत्रीय दृष्टिकोण में कहा कि भारत में वित्त वर्ष 2024-25 में वृद्धि निराशाजनक रही, क्योंकि निजी निवेश में धीमी वृद्धि हुई तथा सार्वजनिक पूंजीगत व्यय सरकारी लक्ष्यों को पूरा नहीं कर सके। विश्व बैंक के मुताबिक वैश्विक आर्थिक कमजोरी और नीतिगत अनिश्चितता के बीच देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) को घटाने का यह फैसला लिया गया है।
टैक्सिंग टाइम्स के दक्षिण एशिया वृद्धि दर अपडेट में कहा गया है, “भारत में विकास दर वित्त वर्ष 2024-25 के 6.50 फीसदी से घटकर चालू वित्त वर्ष 2025-26 में 6.3 फीसदी रहने की उम्मीद है। ऐसा मौद्रिक सहजता और विनियामक सरलीकरण से निजी निवेश को होने वाले लाभ के वैश्विक आर्थिक कमजोरी और नीतिगत अनिश्चितता से प्रभावित की आशंका के कारण किया गया है।”
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने एक दिन पहले मंगलवार को चालू वित्त वर्ष 2025-26 के लिए विकास दर के पूर्वानुमान को 6.5 फीसदी से घटाकर 6.2 फीसदी कर दिया था। इसके साथ ही वित्त वर्ष 2026-27 के लिए सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर के अनुमान को भी 6.5 फीसदी से घटाकर 6.3 फीसदी कर दिया है।