कोलकाता, 23 अप्रैल ।जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकी हमले में मारे गए बंगाल के तीन नागरिकों —समीर गुहा, बितन अधिकारी और मनीष रंजन मिश्रा —के परिजन  उनके पार्थिव शरीर के लौटने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। यह हमला बईसरन घाटी में हुआ था, जिसमें कुल 26 लोग मारे गए, जिनमें ज़्यादातर पर्यटक थे।

समीर गुहा कोलकाता के बेहाला स्थित सखेरबाजार इलाके के निवासी थे, जबकि बितन अधिकारी बैष्णवघाटा इलाके से थे। अधिकारी अमेरिका में कार्यरत थे और छुट्टियों में अपने परिवार के साथ भारत आए थे। वह अपनी पत्नी सोहिनी और बच्चे के साथ कश्मीर घूमने गए थे।

बुधवार को पश्चिम बंगाल के मंत्री अरूप बिस्वास ने बितान अधिकारी के आवास पर जाकर उनके भाई और अन्य परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने बताया कि कश्मीर प्रशासन ने जानकारी दी है कि गुरुवार सुबह पोस्टमार्टम के बाद मृतकों के शवों को कोलकाता भेजा जाएगा।

अरूप बिस्वास ने बताया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बितन अधिकारी की पत्नी सोहिनी से फोन पर बात की है और लगातार स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। अधिकारी का परिवार 24 अप्रैल को कोलकाता लौटने वाला था, लेकिन उससे पहले ही यह दुखद घटना हो गई।

वहीं, समीर गुहा के परिवारजन भी गहरे शोक में डूबे हुए हैं और शव के कोलकाता पहुंचने का इंतजार कर रहे हैं।

पुरुलिया के झालदा के रहने वाले मनीष रंजन मिश्रा मूल रूप से बिहार निवासी थे, लेकिन पश्चिम बंगाल के नागरिक बन गए थे और यहां आबकारी विभाग में पोस्टेड थे। छुट्टी मनाने के लिए वह कश्मीर गए थे। इसी दौरान आतंकी हमले में मारे गए हैं। राज्य सरकार ने उनके भी परिवार से संपर्क साधा है। बताया गया है कि तीनों का शव गुरुवार को परिजनों तक पहुंचाया जाएगा

गौरतलब है कि इस हमले में कम से कम 12 अन्य लोग घायल हुए हैं। हमले के अगले दिन बारामूला के उरी में हुई मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को मार गिराया है। राज्य सरकार मृतकों के परिवारों को हरसंभव सहायता देने का भरोसा दिला रही है।