जयपुर, 23 नवंबर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के राजेश पायलट को लेकर दिए बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने हमेशा लोगों को भड़काने एवं गुमराह करने का काम किया है और अब गुर्जर समाज को भड़काने के लिए राजेश पायलट को बीच में ले आई है।

गहलोत ने गुरुवार को यहां प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में प्रेस वार्ता में कहा कि गुर्जर समाज को भड़काया जा रहा है, लेकिन यकीन है कि जनता समझदार है और वह सब समझ रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में अंदर क्या हुआ, उस पर भी बयान दिए जा रहे हैं। गुर्जर समाज को भड़काने के लिए स्वर्गीय राजेश पायलट को बीच में लेकर आ गए। चुनाव के समय जनता को भड़काया जा रहा है और भड़काने को तो कई कारणों से भड़का देंगे। लेकिन भाजपा के शासन के समय प्रदेश में गुर्जर आरक्षण के दौरान 72 गुर्जर मारे गए तभी आरक्षण नहीं मिला और कांग्रेस सरकार के समय भी गुर्जर आंदोलन हुआ लेकिन हमने लाठीचार्ज भी नहीं होने दिया और प्यार से समझाकर आरक्षण भी दे दिया।

उन्होंने कहा कि भाजपा के समय 22 बार फायरिंग हुई और 72 गुर्जर मारे गए और 12 दिन तक शव पड़े रहे थे। उसके बाद उनकी सरकार बदल गई हैं और वे स्वयं मुख्यमंत्री बने, उस दौरान भी धरना दिया गया और पटरी पर आंदोलन किया गया, लेकिन प्यार से मामले को निपटाया गया और आरक्षण भी दिया गया। फिर भी भड़काया जा रहा है, लेकिन अब जनता समझ चुकी है और इस बार भाजपा को इस चुनाव में सबक सिखायेगी।

उन्होंने कहा कि हम मिशन 156 लेकर चल रहे हैं और पूरा यकीन हैं कि इस बार कांग्रेस सरकार रिपीट करेगी। उन्होंने कहा कि जब केरल में रिपीट हो सकती है तो उसकी तरह यहां भी सरकार अवश्य रिपीट होगी।

मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अभिनेता भी बताते हुए कहा “उन्होंने गुजरात में कहा था कि मारवाड़ी की बात मत मानो। वे जब गुजरात के प्रभारी थे तो उन चुनावों में कहा गया कि राजस्थानी घूम रहा है। अब अगर वे कहें कि गुजराती राजस्थान आ रहा है, लेकिन हम तो नहीं कह रहे।”

गहलोत ने मोदी के बयान ‘अब गहलोत नहीं बनेंगे मुख्यमंत्री’ के बयान पर भी पलटवार करते हुए कहा कि क्या मोदी भविष्यवक्ता हैं जो कह रहे हैं कि गहलोत चौथी बार सीएम नहीं बनेंगे। खुद तो फिर से प्रधानमंत्री बनने की घोषणाएं कर रहे हैं। यह चुनाव आयोग को दिखता नहीं है कि क्या घोषणाएं हो रही हैं।

उन्होंने कहा कि चुनाव के समय भाजपा ने राजस्थान में धावा बोल रखा है क्योंकि ये लोग यहां सरकार गिरा नहीं पाये थे। मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र एवं कर्नाटक में खरीद फरोख्त करके सरकार गिरा दी गई, लेकिन यहां सरकार गिराने में सफल नहीं हो पाये, उसकी टीस, उनका दुख और जो झटका लगा वह भारी पड़ रहा है और वह बार बार दुख दे रहा है, वह टीस बाहर आ रही है। इसलिए बार बार कई राज्यों के मुख्यमत्री, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री आ रहे हैं, धावा बोला हुआ है। उन्होंने कहा कि ये लोग 25 नवंबर तक के ही मेहमान हैं, उसके बाद पांच साल तक मुंह नहीं दिखायेंगे।

उन्होंने कहा कि विधायको पर भ्रष्ट होने के आरोप लगाये जा रहे हैं, अगर विधायक भ्रष्ट होते तो सियासी संकट के समय होटल में ठहरे विधायकों को पहली किस्त के रूप में दस करोड़ का लालच दिया गया था, लेकिन एक भी विधायक बाहर नहीं गया, अगर जाते तो हमारी सरकार गिर जाती।