
-प्रयागराज महाकुंभ में खादी उत्पादों की 12.02 करोड़ रुपये की बिक्री : केवीआईसी अध्यक्ष
नई दिल्ली, 08 मार्च । ‘नए भारत के लिए नई खादी’ आंदोलन को मजबूत करने के लिए खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) के अध्यक्ष मनोज कुमार ने दिल्ली में स्थित केवीआईसी के राजघाट कार्यालय से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये छह राज्यों में 205 मधुमक्खी पालकों को 2,050 मधुमक्खी बाक्स, हनी कॉलोनियां और टूलकिट वितरित किए।
सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय ने शनिवार को एक बयान में बताया कि मनोज कुमार ने वितरण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए इस बात पर प्रकाश डाला कि गांवों में ‘मीठी क्रांति’ फैलाने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप, मधुमक्खी पालकों को मधुमक्खी कालोनियों और मधुमक्खी बाक्सों को वितरित करने के लिए ‘हनी मिशन’ शुरू किया गया है। केवीआईसी के अध्यक्ष ने बताया कि महाकुंभ के दौरान 14 से 27 फरवरी, 2025 तक प्रयागराज में एक राष्ट्रीय स्तर की प्रदर्शनी का आयोजन किया गया था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ‘खादी क्रांति’ के परिणामस्वरूप, प्रदर्शनी में 12.02 करोड़ रुपये मूल्य के खादी उत्पादों की ऐतिहासिक बिक्री दर्ज की गई। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनी में 98 खादी स्टॉल और 54 ग्रामोद्योग स्टॉल लगाये गए थे, जिनमें सामूहिक रूप से खादी में 9.76 करोड़ रुपये और ग्रामोद्योग उत्पादों में 2.26 करोड़ रुपये की बिक्री दर्ज की गई।
कारीगरों को संबोधित करते हुए केवीआईसी अध्यक्ष ने याद किया कि 2016 में गुजरात के बनासकांठा के दीसा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘श्वेत क्रांति’ के साथ-साथ ‘मीठी क्रांति’ का आह्वान किया था। इससे प्रेरित होकर केवीआईसी ने 2017 में ‘हनी मिशन’ की शुरुआत की, जिसके तहत अब तक 20,000 से अधिक लाभार्थियों को 2 लाख मधुमक्खी के बक्से और मधुमक्खी कालोनियां मिल चुकी हैं।
केवीआईसी के अध्यक्ष ने पिछले 10 वर्षों की खादी क्षेत्र की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि खादी और ग्रामोद्योग उत्पादों की बिक्री में पांच गुना वृद्धि हुई है, जो 31,000 करोड़ रुपये से बढ़कर 1,55,000 करोड़ रुपये हो गई है। अकेले खादी वस्त्रों की बिक्री में छह गुना वृद्धि हुई है, जो 1,081 करोड़ रुपये से बढ़कर 6,496 करोड़ रुपये हो गई है और पिछले वित्त वर्ष में 10.17 लाख नए रोजगार सृजित हुए। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि पिछले दशक में खादी कारीगरों की आय में 213 फीसदी की वृद्धि हुई है। इस क्षेत्र में 80 फीसदी से अधिक रोजगार महिलाओं के लिए सृजित हुए हैं।
इस कार्यक्रम में ग्रामोद्योग विकास योजना के लाभार्थियों के साथ-साथ मुंबई और दिल्ली के केवीआईसी मुख्यालय के अधिकारियों और कर्मचारियों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भाग लिया।