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भोपाल, 2 मार्च। विद्या भारती शिक्षा संस्थान, नई दिल्ली द्वारा आयोजित अखिल भारतीय पूर्णकालिक कार्यकर्ता अभ्यास वर्ग सोमवार तीन से आठ मार्च तक सरस्वती विद्या मंदिर आवासीय विद्यालय, शारदा विहार, केरवॉ बांध मार्ग, भोपाल में आयोजित हो रहा है। कार्यक्रम का उद्घाटन समारोह चार मार्च को प्रात: 09:00 बजे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहनराव भागवत द्वारा किया जाएगा। राष्ट्र निर्माण के लिए सशक्त कार्यकर्ता निर्माण इस अभ्यास वर्ग का मूल उद्देश्य है ताकि कार्यकर्ताओं में वैचारिक स्पष्टता, संगठनात्मक दक्षता एवं नेतृत्व कौशल का विकास हो। उक्त बातें विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान नई दिल्ली के महामंत्री अवनीश भटनागर ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहीं।
उन्होंने बताया कि अभ्यास वर्ग में देशभर से 700 से अधिक पूर्णकालिक कार्यकर्ता भाग लेंगे, जो राष्ट्रसेवा, संगठन शक्ति, अनुशासन एवं सांस्कृतिक पुनर्जागरण के प्रतीक बनेंगे। सभी कार्यकर्ता अपने-अपने प्रांतों से भोपाल के लिए प्रस्थान कर चुके हैं और आयोजन स्थल पर कार्यकर्ताओं के आत्मीयतापूर्ण स्वागत की व्यवस्था में अगवानी, ढोल ढमाके, तिलक, पुष्पवर्षा कर की जायेगी। वहीं, सुरक्षा के लिए विशेष दल तैनात किए गए हैं। चूंकि वर्ग में विशिष्ट एवं अतिविशिष्ट अतिथियों का आगमन हो रहा है, इस कारण त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था पूरे आयोजन के दौरान बनी रहेगी। इसके साथ ही परिसर साज-सज्जा में भारतीयता का जीवंत अनुभव होगा। अभ्यास वर्ग के दौरान पूरा परिसर भारतीय संस्कृति से परिपूर्ण रहेगा जिसे मंगल कलश, तोरण द्वार, भारतीय प्रतीकों के आधार पर सजाया गया है।
उन्होंने जानकारी दी कि पर्यावरण संरक्षण की दृष्टि से पूरा परिसर इको फ्रेंडली रहेगा। तकनीकी रूप से उन्नत परिसर: मुख्य सभागार एवं प्रशिक्षण कक्षों में श्रव्य-दृश्य उपकरणों की स्थापना की गई है। इसी क्रम में तीन मार्च, प्रातः 10:00 बजे डिजिटल एवं मैन्युअल प्रदर्शनी का शुभारंभ विद्या भारती के अखिल भारतीय अध्यक्ष दूसि रामकृष्ण राव, अखिल भारतीय संगठन मंत्री गोविन्द महंत, विश्वास कैलाश सारंग मंत्री खेल एवं युवा कल्याण, सहकारिता मध्यप्रदेश शासन अतिथियों द्वारा किया जायेगा। प्रदर्शनी में भारत के गौरवशाली अतीत एवं उज्ज्वल भविष्य की झलक दिखाई देगी।
श्री भटनागर का कहना था कि “सा विद्या या विमुक्तये” के ध्येय वाक्य के साथ विद्या भारती लगातार शिक्षा और शिक्षण के विकास में योगदान के लिए प्रयासरत है। समय के साथ शिक्षा और शिक्षण संस्थानों की गुणवत्ता में सतत सुधार की आवश्यकता रहती है। इसी उद्देश्य से विद्या भारती अपने विस्तृत और व्यापक कार्यप्रणाली के अनुभवों को विभिन्न सरकारों के आमंत्रण पर उनसे साझा करती रही है। विद्या भारती एक समाज-केंद्रित व समाज-पोषित संस्था है। विद्या भारती शिक्षा और शैक्षणिक संस्थाओं में आधुनिक रूप से कार्यकुशल और भारतीय जीवन मूल्य केंद्रित नई पीढ़ी के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है।
संगठन पदाधिकारी भटनागर ने बताया कि सामाजिक उत्तरदायित्त्व को निभाते हुए विद्या भारती पूर्वोत्तर क्षेत्र तक सुदूर दुर्गम तथा जनजातीय क्षेत्रों, महानगरों की सेवा बस्तियों इत्यादि में 9400 से ज्यादा अनौपचारिक शिक्षा केंद्र निःशुल्क चला रही है। इन सभी विद्यालयों में तकरीबन 36 लाख छात्र-छात्राएँ अध्ययनरत हैं। विद्या भारती लगभग एक लाख 54 हज़ार शिक्षक बंधु बहनों के उद्यम से विद्यार्थियों में नवीन शिक्षा कौशल और नैतिक मूल्यों को स्थापित करने का प्रयास कर रही है। इसी प्रकार आई.टी.आई., कृषि विज्ञान केंद्र, सैनिक विद्यालय और विद्यालय स्तर पर कौशल विकास केन्द्रों के माध्यम से विद्या भारती जन-शिक्षण और विकास के कार्यक्रमों में लगातार अपना योगदान दे रही है। संविधान की 8वीं अनुसूची की 22 भाषाओं में से 20 भाषा माध्यमों में आज विद्या भारती के विद्यालय शिक्षा का कार्य कर रहें हैं।
इस आयोजन के समापन कार्यक्रम में रास्वसंघ राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य सुरेश सोनी, वरिष्ठ मार्गदर्शक, विद्या भारती समापन समारोह के मुख्य अतिथि रहेंगे। वहीं, आयोजन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्णगोपाल जी, विद्या भारती के अखिल भारतीय अध्यक्ष दूसि रामकृष्ण राव, अखिल भारतीय संगठन मंत्री गोविंद चंद्र महंत, सह संगठन मंत्री यतीन्द्र शर्मा, श्रीराम आरावकर, प्रादेशिक संगठन मंत्री निखिलेश महेश्वरी, मोहनलाल गुप्ता, अध्यक्ष सरस्वती विद्या प्रतिष्ठान, शिरोमणि दुबे, प्रादेशिक सचिव सरस्वती विद्या प्रतिष्ठान पूरे समय उपस्थित रहेगें।