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-सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की ’जन भागीदारी से जन कल्याण’ पर आधारित डिजिटल प्रदर्शनी का हुआ समापन-आकर्षक और संदेशमूलक लोक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की एक श्रृंखला का भी हुआ आयोजन
महाकुम्भ नगर, 27 फरवरी । प्रयागराज में दिव्य भव्य डिजिटल महाकुम्भ 2025 त्रिवेणी मार्ग पर प्रदर्शनी परिसर में 13 जनवरी से 26 फरवरी तक सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा ’जन भागीदारी से जन कल्याण’ शीर्षक से भारत सरकार की विगत 10 वर्षो की उपलब्धियों, कार्यक्रमों, नीतियों एवं जनकल्याणकारी योजनाओं पर आधारित लगायी गयी डिजिटल प्रदर्शनी श्रद्धालुओं और जनसामान्य के बीच आकर्षण का केंद्र रही।
महाकुम्भ के दौरान देश के विभिन्न हिस्सों से आये श्रद्धालुओं ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया। डिजिटल प्रदर्शनी में एनामॉर्फिक वॉल, एलईडी टीवी स्क्रीन, एलईडी वॉल, होलोग्राफिक सिलेंडर के माध्यम से विभिन्न लोक कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दर्शकों को मिली।
महाकुम्भ मेला के शुभारम्भ से खुली डिजिटल प्रदर्शनी महाशिवरात्रि के आखिरी स्नान के साथ समाप्त हुई। प्रदर्शनी के माध्यम से श्रद्धालुओं और जनसामान्य को प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, नमो ड्रोन दीदी, लखपति दीदी, वेव्स, प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना, मुद्रा योजना, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, डिजिटल इंडिया, प्रधानमंत्री आवास योजना, विद्यांजली, आत्मनिर्भर भारत, स्किल इंडिया, एक भारत श्रेष्ठ भारत, प्रधानमंत्री उज्जवला योजना, हर घर जल योजना, प्रधानमंत्री कौशल विकास मिशन, स्वच्छ भारत मिशन, प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना, आज़ाद भारत के तीन नये कानून, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के साथ साथ नारी सशक्तीकरण की योजनाओं तथा विभिन्न अन्य योजनाओं और समुद्र मंथन की गाथा की रोचक जानकारी दर्शकों और जन सामान्य को मिली।
प्रदर्शनी में बड़ी संख्या में आमजन के साथ विशिष्टजनों का भी आगमन हुआ। सचिव सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार संजय जाजू, पत्र सूचना कार्यालय के प्रधान महानिदेशक धीरेन्द्र ओझा, केंद्रीय संचार ब्यूरो के महानिदेशक योगेश बवेजा, महानिदेशक आकाशवाणी श्रीमती प्रज्ञा पालीवाल गौड़, एडिशनल सेक्रेटरी, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार श्रीमती तृप्ति गुरहा, अपर महानिदेशक शंभूनाथ चौधरी, अपर महानिदेशक अजय अग्रवाल, कर्नाटक और तेलंगाना, दिल्ली, जम्मू कश्मीर और लद्दाख, केरल और तमिलनाडु, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़, वेस्ट बंगाल और बिहार, उड़ीसा और झारखंड, महाराष्ट्र और गुजरात तथा पूर्वोत्तर के राज्यों से आए मीडिया प्रतिनिधि दलों का आगमन हुआ। उन्होंने डिजिटल प्रदर्शनी का अवलोकन कर इसकी सराहना की।
सूचना प्रसारण मंत्रालय द्वारा डिजिटल प्रदर्शनी के अतिरिक्त महाकुम्भ में 13 जनवरी से लेकर 26 फरवरी तक सम्पूर्ण महाकुम्भ मेला अवधि के दौरान जय सिंह क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी लखनऊ की देख रेख में 200 से अधिक संदेशमूलक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की एक श्रृंखला के माध्यम से उत्तर प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों के लोक और शास्त्रीय कार्यक्रमों को भी विभिन्न स्थलों पर प्रदर्शित किया गया। इन कार्यक्रमों के माध्यम से विकसित भारत एवं भारत सरकार की विगत 10 वर्षों में उपलब्धियों, योजनाओं, कार्यक्रमों और नीतियों को जनसामान्य एवं श्रद्धालुओं के बीच प्रदर्शित किया गया। प्रत्येक सांस्कृतिक कार्यक्रम में एक अनूठी कहानी बताते हुए अलग-अलग क्षेत्र के स्थानीय रीति-रिवाजों, अनुष्ठानों और आध्यात्मिकता को दर्शाया गया, जो महाकुम्भ में आने वाले जन सामान्य के लिए एक शानदार अनुभव रहा।
प्रदर्शनी को सफल बनाने में केंद्रीय संचार ब्यूरो लखनऊ के निदेशक मनोज कुमार वर्मा के नेतृत्व में विभाग के.सी मीणा, डॉ. लालजी, गौरव त्रिपाठी, लक्ष्मण शर्मा, राम मूरत विश्वकर्मा, बालमुकुंद सिंह, अमित कुमार, नरेश चंद्र, सुभाष चंद्र, सुभाष गौतम, प्रेम दत्त, किशन किशोर, निर्भय शंकर झा, श्याम देव प्रसाद, द्वारिका प्रसाद, देवराज, सुनील कुमार, हरीलाल के अलावा पीआईबी के निदेशक दिलीप शुक्ला, मीडिया एवं संचार अधिकारी प्रशांत कक्कड़ और सुंदरम चौरसिया आदि ने सक्रिय योगदान दिया।