कोलकाता, 18 फरवरी  ।आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज के आंदोलनकारी जूनियर डॉक्टरों की आधिकारिक वेबसाइट अचानक बंद हो गई। “www.wbjdf.com” नाम की इस वेबसाइट के बंद होने को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। तृणमूल कांग्रेस ने इस पर सवाल खड़े किए हैं और मामले की जांच की मांग की है।

इस मुद्दे पर “वेस्ट बंगाल जूनियर डॉक्टर्स फ्रंट” (डब्ल्यूबिजेडीएफ) के सदस्य अनिकेत महतो ने सफाई देते हुए कहा, “वेबसाइट अभी निर्माणाधीन है। इस पर काम चल रहा है, इसलिए यह कभी-कभी चालू रहती है और कभी बंद। इसे स्थायी रूप से बंद नहीं किया गया है।” अनिकेत ने यह भी बताया कि वेबसाइट को लेकर पुलिस ने नोटिस भेजा था और इसका जवाब भी दे दिया गया है। उन्होंने कहा, “बिधाननगर पुलिस ने नोटिस जारी कर पूछा कि वेबसाइट अचानक बंद क्यों हुई। हमने उन्हें सूचित कर दिया है कि वेबसाइट पर तकनीकी कार्य चल रहा है। इसमें कोई संदेह की बात नहीं है। हम जांच में पूरी तरह सहयोग कर रहे हैं।”

इस मामले पर तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता और पार्टी के महासचिव कुणाल घोष ने गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा, “जूनियर डॉक्टरों ने आंदोलन के नाम पर भारी मात्रा में फंड इकट्ठा किया था। अब सवाल उठता है कि वह पैसा कहां गया? वकीलों का कहना है कि उन्होंने बिना किसी फीस के मुकदमा लड़ा, फिर पैसा कहां खर्च किया गया?” कुणाल घोष ने यह भी आरोप लगाया कि इस फंड का कुछ हिस्सा इवेंट मैनेजमेंट कंपनियों को ट्रांसफर किया गया। उन्होंने कहा, “जब इस मुद्दे पर सवाल उठाए गए, तब अचानक वेबसाइट गायब हो गई। इससे संदेह और गहरा गया है। इस मामले की गहराई से जांच होनी चाहिए।”

इससे पहले, आंदोलनकारी जूनियर डॉक्टरों के खिलाफ नवगठित संगठन ने भी आरोप लगाया था कि आंदोलन के नाम पर 4.75 करोड़ रुपये का फंड जुटाया गया, लेकिन इस पैसे का उपयोग कहां कहां हुआ, इसकी जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई। यहां तक कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से इस मामले की जांच कराने की मांग भी उठाई गई थी। हालांकि, आंदोलनकारी जूनियर डॉक्टरों ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा, “जो लोग खुद भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, वही हम पर आरोप लगा रहे हैं। हम हर तरह की जांच के लिए तैयार हैं।” कुछ दिन पहले ही बिधाननगर पुलिस ने आंदोलन से जुड़े सात जूनियर डॉक्टरों को पूछताछ के लिए बुलाया था। बताया जा रहा है कि पुलिस उनसे आंदोलन के दौरान बने फंड को लेकर सवाल कर रही है।