रोहतक, 16 नवम्बर। हरियाणा के सहकारिता एवं जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने कहा है कि राज्य सरकार की सभी सहकारी चीनी मिलों को घाटे से उबारने के लिए इनमें 2000 करोड़ रुपये की लागत से एथनॉल प्लांट स्थापित किए जाएंगे।

डॉ. लाल ने गुरुवार को यहां भाली आनंदपुर गांव स्थित रोहतक सहकारी चीनी मिल में गन्ना पिराई की शुरूआत करने के बाद उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुये यह बात कही। उन्होंने कहा कि सहकारी चीनी मिलों में कम्प्रेस्ड बायोगैस प्लांट स्थापित करना भी प्रस्तावित है। रोहतक सहकारी चीनी मिल में 120 किलो लीटर प्रतिदिन क्षमता का ऍथनॉल प्लांट लगाया जाएगा जिससे महम सहकारी चीनी मिल को भी जोड़ा जाएगा। शाहबाद सहकारी चीनी मिल में 68 केएलपीडी क्षमता का एथनॉल प्लांट स्थापित जा चुका है।

उन्होंने किसानों को भी सम्मानित किया तथा मिल परिसर में वीटा बूथ का भी उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने सहकारी चीनी मिलों की पिराई क्षमता बढ़ाई है ताकि प्रदेश के हर किसान के गन्ने की पिराई प्रदेश में ही की जा सके। उन्होंने कर्मचारियों से मिल प्रबंधन को पूर्ण सहयोग करने की भी अपील की ताकि घाटा कम हो। इससे किसानों को भी लाभ मिलेगा।

सहकारिता मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार अपने किसानों को गन्ने पर देश में सर्वाधिक दाम दे रही है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने गन्ने के दाम में 14 रुपये प्रति क्विंटल वृद्धि की घोषणा की है, जिससे अब राज्य में गन्ने के दाम 386 रुपए प्रति क्विंटल हो गये हैं। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने अगले वर्ष के लिए भी 14 रुपए प्रति क्विंटल रुपए की बढ़ोतरी का ऐलान किया है। अगले वर्ष गन्ने के दाम 400 रुपए प्रति क्विंटल रहेंगे।

डॉ. लाल ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार किसानों को समय पर उनके गन्ने का भुगतान सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने किसानों का आह्वान किया कि वे गन्ना विशेषज्ञों द्वारा सिफारिश की गई गन्ना की नई किस्म सीओ-15023 की खेती को बढ़ावा दें। गन्ने की इस किस्म में चीनी रिकवरी दर 12 से 14 प्रतिशत तक है तथा इस किस्म की पिराई भी जल्दी आरम्भ हो जाती है। उन्होंने प्रदेश के किसानों को अर्थव्यवस्था की रीढ़ बताया और कहा कि सरकार ने किसान हित में अनेक निर्णय लिए हैं तथा अनेक कल्याणकारी योजनाएं लागू की हैं।