कोलकाता, 8 फरवरी । पश्चिम बंगाल में लव जिहाद के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। हाल ही में मुर्शिदाबाद जिले की स्वप्ना हालदार अचानक लापता हो गई। छह महीने पहले ही उसने बहारमपुर कृष्णनाथ कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई पूरी की थी , वह ट्यूशन पढ़ाकर अपनी शिक्षा का खर्च उठाती थी। परिवार में वह सबसे बड़ी थी। 26 जनवरी को उसके अपहरण की शिकायत दर्ज कराई गई।
लव जिहाद की घटनाओं को रोकने के प्रयास में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक और ‘धर्म जागरण समन्वय’ (मध्य बंग प्रांत) के सह संयोजक एवं एनसीसी के लेफ्टिनेंट डॉ. रंजन बंद्योपाध्याय सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने इस विषय पर कई महत्वपूर्ण बातें साझा कीं। उनका कहना है कि लव जिहाद से बचाव के लिए बच्चियों को बचपन से ही जागरूक करना सबसे कारगर उपाय है।
प्रश्न- लव जिहाद किन क्षेत्रों में अधिक हो रहा है?
उत्तर– यह पूरे राज्य में फैल रहा है। नेपाली, भूटिया गरीब लड़कियों को भी मुस्लिम युवक बहला-फुसलाकर ले जा रहे हैं। उत्तर बंगाल के मालदा, मध्य बंगाल के पूर्व बर्दवान और दक्षिण बंगाल के हावड़ा जिले में ऐसी घटनाएं ज्यादा हो रही हैं। बांग्लादेशी मुस्लिम घुसपैठियों की संख्या बढ़ने से यह समस्या और गंभीर हो गई है।
प्रश्न– लव जिहाद रोकने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं?
उत्तर- हिंदू जागरण मंच, विश्व हिंदू परिषद और धर्म जागरण समन्वय जैसे संगठन लगातार इस समस्या पर काम कर रहे हैं। हर साल हमारे पास औसतन ढाई से तीन हजार मामले आते हैं। इनमें से आधिकारिक तौर पर सामने नहीं आने वाले मामलों की संख्या दोगुनी होने की संभावना है। पिछले साल हमारे पास लगभग तीन हजार मामले आए थे, जिनमें से 311 लड़कियों को हम वापस लाने में सफल रहे। हालांकि, उचित बुनियादी ढांचे की कमी के कारण कई मामलों में हम ज्यादा कुछ नहीं कर सके।
प्रश्न- किन बुनियादी सुविधाओं की सबसे अधिक कमी महसूस होती है?
उत्तर- गरीब हिंदू लड़कियों को बचाकर उन्हें आश्रय देना, पुनर्वास की व्यवस्था करना, उनका पुनर्विवाह कराना, या कानूनी मामलों के लिए आर्थिक सहायता जुटाना—इन सभी मामलों में अभी तक कोई स्पष्ट योजना या बुनियादी ढांचा विकसित नहीं किया जा सका है।
प्रश्न– हाल ही में लव जिहाद के कौन-कौन से मामले सामने आए हैं?
उत्तर- 1- अनामिका (मानिकचक कॉलेज, बीए सेकेंड सेमेस्टर की छात्रा)22 जनवरी को लापता हुई। गरीब ब्राह्मण परिवार से थी। आरोपित शेख सिराजुल, जो चांदपाड़ा गांव का रहने वाला है और केरल में मजदूरों की आपूर्ति का काम करता है। पुलिस ने उसे पुखुरिया थाने से बरामद किया, लेकिन इस बीच उसका धर्म परिवर्तन कर निकाह कराया जा चुका था।
2. अर्णबी घोष (खरिनान, नादनघाट थाना क्षेत्र) उच्च माध्यमिक पास करने के बाद खरिनान भाग गई। जब उसे बचाने पहुंचे, तो भारी विरोध और मारपीट हुई। सदमे से उसके पिता की एक महीने में ही हार्ट अटैक से मौत हो गई। बाद में उसे धर्म परिवर्तन कर ‘आयशा सिद्दीका’ बना दिया गया। उसकी छोटी बहन को तुरंत ही बेथुआडहारी के ललिता हॉस्टल में सुरक्षित रखा गया।
प्रश्न- बचाई गई लड़कियां किस हद तक आत्मनिर्भर बन पाती हैं?उत्तर- हम कोशिश करते हैं कि उन्हें स्कूल, कॉलेज या किसी व्यावसायिक प्रशिक्षण संस्थान में दाखिला दिलाया जाए ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें। हालांकि, इस दिशा में अभी भी कई चुनौतियां बनी हुई हैं।