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नई दिल्ली, 7 फ़रवरी । विपक्षी दलों के सांसदों ने शुक्रवार को श्रीलंका की तरफ से भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार किए जाने के विरोध में संसद परिसर में प्रदर्शन किया और सरकार से इस मुद्दे का स्थायी समाधान निकालने की मांग की। प्रदर्शन का नेतृत्व डीएमके, कांग्रेस और वामपंथी दलों के सांसदों ने किया। इसमें कई दूसरी विपक्षी पार्टियों के सांसदों ने भी भाग लिया, जिनमें तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ’ब्रायन और सीपीआई (एमएल) लिबरेशन के सुदामा प्रसाद शामिल हैं। इन सांसदों ने तमिलनाडु के मछुआरों के लिए न्याय की मांग करते हुए केन्द्र सरकार से हस्तक्षेप की मांग की।
द्रमुक सांसद तिरुचि शिवा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि तमिल मछुआरों की गिरफ्तारी राष्ट्रीय मुद्दा है। श्रीलंका में भारतीय मछुआरों के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है। मछुआरों को वर्षों से प्रताड़ित व परेशान किया जा रहा है। सरकार इस मुद्दे को हल करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है।
द्रमुक सांसद कनिमोझी ने कहा कि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने इस मामले पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और विदेश मंत्री एस. जयशंकर को कई बार पत्र लिखकर स्थायी समाधान निकालने का आग्रह किया है। श्रीलंका की नौसेना तमिलनाडु के मछुआरों को गिरफ्तार कर उन्हें परेशान कर रही है। तमिलनाडु के करीब 97 मछुआरों को गिरफ्तार किया गया है। श्रीलंकाई अधिकारियों ने लगभग 200 नौकाएं छीन ली हैं, जिससे मछुआरों की आजीविका प्रभावित हो रही है। उन्होंने सरकार से मांग की कि मछुआरों को रिहा किया जाए, नौकाएं वापस कर इस मुद्दे का स्थायी समाधान निकाला जाए।