कोलकाता, 04 फरवरी । पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी 10 फरवरी को एक महत्वपूर्ण बैठक में पार्टी विधायकों के लिए सख्त आचार संहिता तय कर सकती हैं। यह बैठक राज्य विधानसभा परिसर में आयोजित होगी, जहां राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस आगामी बजट सत्र के लिए अपना अभिभाषण देंगे।
तृणमूल के एक वरिष्ठ मंत्री ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि हाल के दिनों में कुछ विधायकों की बयानबाजी और सार्वजनिक आचरण पार्टी के लिए परेशानी का कारण बने हैं। मुख्यमंत्री इस बैठक में ऐसे विधायकों को सख्त संदेश दे सकती हैं।
तृणमूल विधायक मदन मित्रा के हालिया बयान ने पार्टी को खासा असहज कर दिया था। उन्होंने कहा था कि पार्टी की जिला समितियों में पद पाने के लिए पैसे देने की प्रथा आम है। हालांकि, उन्होंने तृणमूल के प्रदेश अध्यक्ष सुब्रत बख्शी को पत्र लिखकर माफी मांग ली है, लेकिन पार्टी नेतृत्व अब अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं करना चाहता।
माना जा रहा है कि बैठक में मुख्यमंत्री सभी विधायकों को सख्त चेतावनी देंगी, खासकर उन लोगों को, जिनकी बयानबाजी और गतिविधियां बार-बार पार्टी के लिए मुश्किलें खड़ी कर रही हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह बैठक आगामी विधानसभा चुनाव 2026 के संदर्भ में भी महत्वपूर्ण है।तृणमूल का एक बड़ा संगठनात्मक अधिवेशन 26 फरवरी या उसके आसपास प्रस्तावित है, जिसमें पार्टी की चुनावी रणनीति का खाका तैयार किया जाएगा। ऐसे में 10 फरवरी की बैठक को चुनावी तैयारियों की शुरुआती दिशा तय करने के नजरिए से भी अहम माना जा रहा है।
तृणमूल हर साल पहली तिमाही में संगठनात्मक बैठक करती है, लेकिन इस बार यह बैठक अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर अलग महत्व रखती है।