जोधपुर, 06 फरवरी। राजस्थान के सीमावर्ती जिले जैसलमेर के पोखरण क्षेत्र से आर्मी इंटेलिजेंस ने मंगलवार को एक संदिग्ध पाकिस्तानी जासूस को पकड़ा। संदिग्ध 2014 में अपने परिवार के साथ टर्म वीजा पर भारत आया था और अभी आर्मी कैंट एरिया में लेबर का काम कर रहा था।
अधिकारियों के अनुसार युवक जनवरी 2024 से आर्मी कैंट एरिया में लेबर का काम करता था। युवक जांच के दौरान फोन पर बात करते पकड़ा गया। उसके फोन में पाकिस्तान के नंबर से बात करने और सोशल मीडिया पर पाकिस्तानी लोगों से ऑडियो-वीडियो कॉल के जरिए बातचीत के भी सबूत मिले हैं। संदिग्ध युवक का नाम मनुजी भील (24) है। जो पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के भावलपुर का रहने वाला है। सुरक्षा एजेंसियां गहनता से पूछताछ कर रही हैं।
सूत्रों ने बताया कि मनुजी भील कैंट के अतिसंवेदनशील क्षेत्र में काम करता था। पकड़े जाने पर तलाशी में उसके पास से एक फोन मिला, जिसमें सोशल मीडिया के माध्यम से उसके पाकिस्तान के कई लोगों से संपर्क में होने का खुलासा हुआ। इतना ही नहीं, उसके फोन में आर्मी को पाकिस्तान के कई नंबरों पर मेसेज, वॉट्सऐप चैट्स, वीडियो एवं ऑडियो कॉल से कनेक्टेड होने की भी जानकारी मिली है। पकड़े जाने से कुछ देर पहले भी उसने कुछ पाकिस्तानी नंबरों पर बातचीत की थी। आर्मी इंटेलिजेंस की टीम ने इस संदिग्ध को जैसलमेर पुलिस के कोतवाली थाने को सुपुर्द कर दिया है।
पुलिस अधीक्षक विकास सांगवान ने बताया कि प्रथम दृष्टया सामने आया है कि आरोपित पाकिस्तान का रहने वाला है, जो आर्मी कैंट में मजदूरी का काम कर रहा था। उसके पास से फोन भी मिला है, जिसे जांच के लिए भेजा जाएगा। युवक लॉन्ग टर्म वीजा पर यहां रह रहा था। इसके पाकिस्तान में संपर्क जैसी बात सामने आई है।