उदयपुर में उल्लास से मना 76वें गणतंत्र दिवस का राज्य स्तरीय समारोह

-कौशल मूंदड़ा-

उदयपुर, 26 जनवरी। राजस्थान में 76वें गणतंत्र दिवस का राज्य स्तरीय समारोह इस बार झीलों की नगरी उदयपुर में मनाया गया। उमंग और उल्लास के वातावरण में चहुंओर छाई तिरंगी छटा के बीच महराणा भूपाल स्टेडियम में राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया। राज्यपाल ने ‘आपणो राजस्थान‘ को अग्रणी बनाने का आह्वान किया।

मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा और राज्य मंत्रिमंडल के अन्य सदस्यों, गणमान्य नागरिक गण की उपस्थित में राज्यपाल ने झंडा फहराने के बाद परेड का निरीक्षण किया और सलामी गारद द्वारा प्रस्तुत मार्च पास्ट की सलामी ली।

राज्यपाल बागड़े ने इस दौरान गणतंत्र दिवस पर अपने उद्बोधन में सभी को राष्ट्र और प्रदेश के सर्वांगीण विकास में अपनी महती जिम्मेदारी निभाने और ‘आपणो राजस्थान‘ को अग्रणी बनाने का आह्वान किया। उन्होंने देश के लिए अपना सब कुछ समर्पित करने वाले स्वतंत्रता सेनानियों और सीमाओं पर चौकस प्रहरियों को नमन करते हुए भारत को सशक्त, स्वाभिमानी और समृद्ध राष्ट्र के रूप में स्थापित करने में सभी के योगदान को महती बताया।

उन्होंने कहा कि गणतंत्र दिवस महान् संविधान निर्माताओं को याद करने का अवसर है। संविधान निर्माताओं ने विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान हमें सौंपा और राष्ट्र निर्माण की दिशा में आगे बढ़ने का मार्ग प्रशस्त किया। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है। इस पर हमें गर्व है। हमारी सफल प्रजातांत्रिक व्यवस्था ने विश्व के कई देशों को लोकतांत्रिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए प्रेरित किया है। उन्होंने राजस्थान में पिछले एक वर्ष में विभिन्न क्षेत्रों में हुए अभूतपूर्व विकास और कल्याणकारी योजनाओं की चर्चा करते हुए कहा कि मुझे प्रसन्नता है कि एक वर्ष में राजस्थान सरकार आमजन की आकांक्षाओं पर खरी उतरी है। ‘आपणो अग्रणी राजस्थान‘ के संकल्पों को धरातल पर तेजी से मूर्त रूप दिया जा रहा है।

राज्यपाल ने पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी को स्मरण करते हुए कहा कि वह देश में शुचिता और सुशासन के प्रतीक हैं। उन्होंने भारत को परमाणु शक्ति सम्पन्न राष्ट्र के रूप में पुनर्स्थापित किया। उनकी देन प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से देश के लाखों गांव सड़कों के जरिये विकास की मुख्यधारा में शामिल हुए। वहीं, स्वर्णिम चतुर्भुज परियोजना से देश के चारों कोनों को सड़कों के मजबूत जाल से जोड़ा गया।

राज्यपाल ने कहा कि ऐसे विकास पुरुष अटलजी की जन्म शताब्दी पर हम उन्हें नमन करते हैं। उनके जीवन से प्रेरणा लेते हुए राज्य सरकार प्रदेश को सुशासन का मॉडल स्टेट बनाने की दिशा में संकल्पित है। उन्होंने गणतंत्र दिवस के पुनीत अवसर पर प्रदेशवासियों से आह्वान किया कि देश एवं प्रदेश के सर्वांगीण विकास में भागीदारी निभाएं और ‘आपणो राजस्थान‘ को अग्रणी बनाएं।

गणतंत्र दिवस के मुख्य समारोह राज्यपाल ने राजस्थान के दो अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी) को राष्ट्रपति पुलिस पदक और 15 अन्य पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों को पुलिस पदक से सम्मानित भी किया।