-दवा बनाने के नाम पर ड्रग्स का काला कारोबार

आणंद, 24 जनवरी । आणंद जिले के खंभात के सोखडा जीआईडीसी क्षेत्र में एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (एटीएस) की छापेमारी में बड़ा खुलासा हुआ है। छापेमारी में करीब 100 करोड़ रुपये का नशीला पाउडर जब्त किया गया है। स्क्वॉड की 60 से अधिक अधिकारियों के सर्वे के बाद एटीएस टीम ने फैक्ट्री संचालक समेत कुल 6 लोगों को गिरफ्तार कर अहमदाबाद ले गई है।

एटीएस सूत्रों के अनुसार सोखडा जीआईडीसी में किराए पर फैक्ट्री लेकर उसका संचालन किया जा रहा था। फैक्ट्री से नींद की दवा अल्प्राइजोलम बनाने के लिए जिस पदार्थ का उपयोग होता है, उसका करीब 100 किलो केमिकल युक्त पाउडर जब्त किया गया है। इसकी कीमत करीब 100 करोड़ रुपये बताई गई है।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार खंभात के सोखडा जीआईडीसी क्षेत्र के ग्रीनलाइफ इंडस्ट्रीज में एटीएस ने गुरुवार को छापेमारी की थी। गुरुवार सुबह से बल्क ड्रग्स और मैनुफैक्चरिंग ग्रीन लाइफ इंडस्ट्रीज में करीब 18 घंटे का सर्वे चला। इसमें कंपनी के मालिक, पार्टनर समेत कर्मचारियों को गुरुवार देर शाम तक पूछताछ की गई। इस सर्च ऑपरेशन में एटीएस की टीम ने आणंद के एसओजी और एफएसएल की टीम को भी साथ रखा था। सूत्रों के अनुसार यह फैक्ट्री देव दिवाली से शुरू की गई थी। इसमें पहले कंपनी संचालक इन्जेक्शन के व्यवसाय से जुड़े थे। बाद में उन्होंने केमिकल का काम शुरू किया था। इसमें केमिकल युक्त पाउडर बनाए जाने की एटीएस को सूचना मिली थी। इसी शंका के आधार पर कार्रवाई की गई।

एटीएस की जांच में खुलासा हुआ है कि अहमदाबाद के 2 भागीदारों ने फार्मा कंपनी शुरू की थी। फैक्ट्री में अल्प्राजोलम नामक नींद की दवा बनाई जाती थी। एटीएस की छापेमारी में संदिग्ध केमिकल के 21 बैरल भी जब्त किए गए हैं। भरुच जिले के दहेज से इंजीनियर बुलाकर ड्रग्स बनाया जाता था। इंजीनियर को भी गिरफ्तार किया गया है।