कोलकाता, 23 जनवरी । कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर गुरुवार को घने कोहरे के चलते उड़ानों का संचालन बुरी तरह बाधित हो गया। हवाई अड्डा अधिकारियों के मुताबिक, 72 से अधिक उड़ानों पर इसका असर पड़ा।
एयरपोर्ट निदेशक प्रवरंजन बेउरिया ने बताया कि कोहरे के कारण 39 उड़ानें विलंबित हुईं, 21 आगमन प्रभावित हुए, और 12 उड़ानों को अन्य स्थानों पर मोड़ दिया गया।
बेउरिया ने जानकारी दी, “इन 12 उड़ानों में से सात को भुवनेश्वर, तीन को रांची, एक को चेन्नई और एक को शम्शाबाद डायवर्ट किया गया। इसके अलावा, दो विमानों को रनवे से वापस पार्किंग बे पर भेजा गया।”
घने कोहरे के कारण सुबह पांच बजे से 10 बजे तक उड़ानें प्रभावित रहीं। हवाई अड्डे पर तैनात भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के प्रवक्ता ने बताया कि नौ बजे के बाद दृश्यता में सुधार होने लगा और 10 बजे के आसपास हालात सामान्य हो गए।
कोहरे के चलते सुबह की उड़ानें देरी से शुरू हुईं, जिससे यात्रियों को काफी असुविधा हुई। एक अधिकारी ने बताया कि सुबह की उड़ानों में देरी होने पर विमान सेवाओं के पूरे दिन के शेड्यूल पर असर पड़ता है, जिससे दिनभर उड़ानें प्रभावित होती हैं।
हवाई अड्डे पर कम दृश्यता में विमान उतारने के लिए कैट-तीन-बी उपकरण उपलब्ध है, जो 50 मीटर की न्यूनतम दृश्यता में भी संचालन में मदद करता है। हालांकि, कोहरा इस सीमा से भी नीचे चला गया, जिससे उड़ानों पर असर पड़ा।
इस दौरान हवाई यातायात नियंत्रण ने ‘कम दृश्यता प्रक्रिया’ लागू की। अधिकारियों ने बताया कि जब दृश्यता 800 मीटर से कम हो जाती है या बादल 200 फीट से नीचे आते हैं, तो इसे शुरू किया जाता है। इस दौरान विमानों को खड़ा करने के लिए ‘फॉलो-मी’ वाहनों का उपयोग किया जाता है।
घने कोहरे के कारण हुई इस असुविधा ने यात्रियों के साथ-साथ विमान सेवाओं के शेड्यूल पर भी बड़ा प्रभाव डाला।