कोलकाता, 7 जनवरी । पश्चिम बंगाल के संदेशखाली की एक महिला ने कलकत्ता हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाते हुए स्थानीय पुलिस पर सामूहिक दुष्कर्म मामले में लापरवाही का आरोप लगाया है। पीड़िता ने तीन लोगों, जिनमें तृणमूल कांग्रेस के एक स्थानीय नेता भी शामिल हैं, के खिलाफ मामला दर्ज करवाया था।

पीड़िता का कहना है कि यह घटना पिछले साल मई में हुई थी। इसके बाद उन्होंने और उनके परिवार ने स्थानीय पुलिस से शिकायत दर्ज करने की अपील की, लेकिन पुलिस ने पहले एफआईआर दर्ज करने से इनकार कर दिया। स्थानीय लोगों के दबाव के बाद पुलिस ने मामला दर्ज तो किया, लेकिन जांच में कोई खास प्रगति नहीं की।

महिला का आरोप है कि इतने महीनों के बाद भी पुलिस ने जांच में कोई कदम आगे नहीं बढ़ाया है। इसके साथ ही, आरोपित और उनके सहयोगियों की ओर से पीड़िता और उनके परिवार पर शिकायत वापस लेने का दबाव भी बनाया जा रहा है।

मामले में नामजद आरोपितों में से एक संदेशखाली के तृणमूल कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष दिलीप मंडल हैं। पीड़िता की याचिका को कलकत्ता हाई कोर्ट ने स्वीकार कर लिया है, और मामले की सुनवाई बुधवार को होने की संभावना है।

इस बीच, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 30 दिसंबर को साल के अंत में संदेशखाली का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने स्थानीय महिलाओं के यौन उत्पीड़न और तृणमूल कांग्रेस नेता शेख शाहजहां द्वारा जमीन कब्जाने के आरोपों के बावजूद पूरे साल संदेशखाली जाने से परहेज किया था।