पटना, 23 नवंबर । बिहार विधानसभा की चार सीटों पर हुए उपचुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की जीत हुई है। इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के घर पर गठबंधन दल के नेताओं का आने का सिलसिला शुरू हो गया है। सबसे पहले भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल और डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी मुख्यमंत्री आवास पहुंचे हैं। लोजपा (आर) के भी कई नेताओं का सीएम आवास में आना हुआ है। इन नेताओं में संजय झा और मनीष वर्मा शामिल हैं।

बिहार विधानसभा की चार सीटों हुई मतगणना में सबसे चौंकाने वाला परिणाम बेलागंज से सामने आया है। यहां राजद ने 34 साल बाद यह सीट गंवा दी है। बेलागंज विस सीट से जदयू उम्मीदवार मनोरमा देवी ने जीत हासिल की है। इमामगंज विस सीट पर केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी का कमाल बरकरार रहा है। जीतनराम मांझी की बहू दीपा मांझी ने इमामगंज से जीत दर्ज की है। रामगढ़ विस सीट पर भाजपा के अशोक सिंह ने परचम लहराया है। तरारी विधानसभा सीट की बात करें तो यहां से भाजा उम्मीदवार और सुनील पांडे के बेटे विशाल प्रशांत ने परचम लहराया है।

34 साल बाद राजद का किला ध्वस्त

बेलागंज विधानसभा सीट से जदयू उम्मीदवार मनोरमा देवी ने राजद के 34 साल के किले को ध्वस्त कर दिया है। मनोरमा देवी को 73,334 वोट मिला। उन्होंने 21,391 मतो से जीत दर्ज की। बेलागंज में दूसरे नबंर पर राजद उम्मीदवार विश्वनाथ कुमार सिंह रहे। उन्हें 51,943 वोट मिले।

इमामगंज सीट पर बहू ने रखी ससुर की लाज

इमामगंज विधानसभा सीट पर दीपा मांझी ने 5 हजार 945 मतों से जीत हासिल की। दीपा मांझी को 53,435 वोट मिले। इस सीट से मांझी की प्रतिष्ठा दांव पर लगी थी यानी बहू दीपा मांझी ने जीत हासिल कर ससुर की प्रतिष्ठा बचा ली है। दूसरे स्थान पर राजद प्रत्याशी रौशन कुमार मांझी रहे। उन्हें 47,490 वोट मिले। इमामगंज में जीतनराम मांझी का कब्जा था और उनके सांसद चुने जाने के बाद इस सीट पर विधानसभा का उपचुनाव कराया गया।

भाजपा के प्रशांत ने माले के गढ़ तरारी में लहराया भगवा

तरारी विधानसभा क्षेत्र में भाजपा ने बाहुबली पूर्व विधायक सुनील पांडेय के बेटे विशाल प्रशांत को उम्मीदवार बनाया था। ये सीट भाकपा-माले के विधायक सुदामा प्रसाद के सांसद बन जाने के कारण खाली हुई थी। यहां से महागठबंधन में शामिल माले ने राजू यादव को उम्मीदवार बनाया था। विशाल प्रशांत ने अपने विरोधी राजू यादव को 10 हजार 507 मतों से परास्त कर दिया। प्रशांत को 78 हजार 564 मत मिले जबकि राजू यादव को 68 हजार 57 मत प्राप्त हुए। भाजपा ने चुनाव से पहले सुनील पांडेय और उनके बेटे विशाल प्रशांत को पार्टी में शामिल कराया था और उन्हें अपना उम्मीदवार बना दिया था।

रामगढ़ भी नहीं बचा पाई राजद

रामगढ़ विधानसभा सीट पर उपचुनाव में भाजपा उम्मीदवार अशोक कुमार को कुल 62,257 वोट मिले। उन्होंने निकटम प्रतिद्वंद्वी से 1,362 मतों से जीत दर्ज की। आखिरी राउंड तक मुकाबले में बने रहने वाले बसपा उम्मीदवार को कुल 60,895 मत मिले। राजद ने यह सीट इस चुनाव में गवां दी। राजद उम्मीदवार अजीत सिंह तीसरे नंबर पर रहे। उन्हें महज 35,825 मत मिले हैं।