काठमांडू, 07 नवंबर। नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली की दिसंबर में प्रस्तावित चीन यात्रा का सत्तारूढ़ घटक दल ने विरोध किया है। इसके मद्देनजर एजेंडा तय करने के लिए दो लोगों की समिति बनाई गई है। ओली की चीन यात्रा के दौरान बेल्ट एंड रोड इनिसिएटिव समझौते पर दस्तखत होने हैं।
प्रधानमंत्री निवास पर आज हुई नेपाली कांग्रेस और नेकपा एमाले के शीर्ष नेताओं की बैठक में इस मसले पर बात हुई। बैठक में इस बात पर सहमति बनी कि ओली के चीन दौरे का एजेंडा तय करने के लिए दोनों दलों के दो नेताओं की समिति बनाकर फैसला उस पर छोड़ दिया जाए। बैठक में प्रमुख रूप से ओली और नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष शेरबहादुर देउवा मौजूद रहे। समिति में शामिल विदेशमंत्री आरजू देउवा चीन भ्रमण की संपूर्ण तैयारी का जायजा खुद लेंगी। वह बातचीत का एजेंडा तय करेंगी। समझौते पर दस्तखत किए जाएं या नहीं, इस पर भी समिति को फैसला लेना है।
चीन के प्रधानमंत्री के निमंत्रण पर दो से पांच दिसंबर तक ओली की बीजिंग यात्रा हो रही है। वहां उनकी चीन के राष्ट्रपति से भी मुलाकात होनी है। चीन लगातार बेल्ट एंड रोड इनिसिएटिव कार्यान्वयन समझौते पर हस्ताक्षर के लिए नेपाल पर दबाव बना रहा है। नेपाल महंगी ब्याज दर पर ऋण लेने से इनकार कर रहा है। नेपाल ने पोखरा में बनाए गए अंतरराष्ट्रीय विमानस्थल के निर्माण के लिए लिए गए 26 बिलियन डॉलर के ऋण को माफ करने का प्रस्ताव भी रखा है। चीन ब्याज दर में कुछ कटौती करने के संकेत दे रहा है, लेकिन वह ऋण माफ करने के पक्ष में नहीं है।