नई दिल्ली, 07 नवंबर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि पूर्व सैनिकों के लिए ‘वन रैंक वन पेंशन (ओआरओपी) ‘ योजना लागू करना देश की अपने नायकों के प्रति कृतज्ञता की पुष्टि करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने इस योजना की शुरुआत के 10 वर्ष पूर्ण होने पर कहा कि ओआरओपी सशस्त्र बलों के कल्याण के लिए उनकी सरकार की प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है।

सनद रहे कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में सत्ता में आने पर ‘वन रैंक वन पेंशन (ओआरओपी)’ योजना को लागू करने का वादा किया था। प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेन्द्र मोदी ने इस योजना को प्राथमिकता के साथ लागू किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर लिखा, ”आज ही के दिन वन रैंक वन पेंशन (ओआरओपी) योजना को लागू किया गया था। यह हमारे जांबाज सैनिकों और पूर्व सेवाकर्मियों के साहस और बलिदान के लिए एक श्रद्धांजलि थी, जिन्होंने हमारे राष्ट्र की रक्षा के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। ओआरओपी को लागू करने का निर्णय लंबे समय से चली आ रही इस मांग को पूरा कर नायकों के प्रति देश की कृतज्ञता की पुष्टि करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था।”