कोलकाता, 28 अक्टूबर । महिला पत्रकार से ‘हैरासमेंट’ के आरोप में माकपा के निलंबित नेता तन्मय भट्टाचार्य को बराहनगर थाने में पूछताछ के लिए बुलाया गया। तन्मय ने कहा बताया कि मुझे दोपहर 1:30 बजे थाने बुलाया गया है, और मैं अभी जा रहा हूं। पुलिस ने रविवार को भी तन्मय से एक दौर की पूछताछ की थी, जिसके बाद सोमवार को फिर से उन्हें तलब किया गया है।
सूत्रों के अनुसार, तन्मय ने इस मामले पर अपने वकील से सलाह भी ली है। रविवार को एक महिला यूट्यूबर ने फेसबुक लाइव पर आरोप लगाया था कि जब वह तन्मय का साक्षात्कार लेने गईं, तो तन्मय ने उनकी गोद में बैठने की कोशिश की। इस फेसबुक लाइव के वायरल होते ही माकपा के अंदर और बाहर इस मामले पर हंगामा मच गया। तन्मय ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा, “मैं स्वभाव से सबके साथ मजाक करता हूं, और इस पत्रकार से पहले भी कई बार मिल चुका हूं। मुझे नहीं पता कि अचानक आज क्या हुआ।”
तन्मय ने इस पूरे मामले को एक साजिश करार दिया और सवाल उठाया कि महिला ने सीधे थाने में शिकायत दर्ज कराने के बजाय फेसबुक लाइव क्यों किया। हालांकि, बाद में महिला ने बराहनगर थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिसके आधार पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि मामले की जांच जारी है।
इसी बीच माकपा ने भी अपने नेता तन्मय भट्टाचार्य को निलंबित कर दिया है। पार्टी के राज्य सचिव मोहम्मद सलीम ने कहा कि हमारी पार्टी में आंतरिक शिकायत समिति है और जांच की प्रक्रिया भी है, लेकिन इस मामले की गंभीरता को देखते हुए हमने तन्मय को तुरंत निलंबित करने का फैसला किया है। जांच के नतीजों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
महिला पत्रकार ने सोमवार को सोशल मीडिया पर माकपा की आंतरिक जांच प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए लिखा कि किसी राजनीतिक दल को न्याय करने का अधिकार नहीं है। अगर ऐसा होता, तो देशभर में अदालतों की जरूरत नहीं होती। उन्होंने आगे कहा कि पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है और उन्हें उम्मीद है कि पुलिस उचित कार्रवाई करेगी।
इस मामले पर विपक्षी दलों ने माकपा और तन्मय भट्टाचार्य को घेरना शुरू कर दिया है। तृणमूल कांग्रेस के नेता कुणाल घोष ने तन्मय की तुरंत गिरफ्तारी की मांग करते हुए माकपा से इस मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट करने को कहा है।