कोलकाता, 19 अक्टूबर। पश्चिम बंगाल के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में महिला डॉक्टर के साथ हुए बलात्कार और हत्या के मामले में न्याय की मांग को लेकर शनिवार को लगभग 20 किलोमीटर लंबा विरोध मार्च निकाला गया। इस मार्च में समाज के विभिन्न वर्गों के लोग शामिल हुए जिसमें डॉक्टरों के साथ-साथ नागरिक समाज के सदस्य भी मौजूद थे।
प्रदर्शनकारियों ने उत्तर 24 परगना जिले के सोदपुर से यह मार्च निकाला, जिसका समापन कोलकाता के एस्प्लानेड में होना था, जहां पिछले पंद्रह दिनों से जूनियर डॉक्टर अपनी मांगों को लेकर अनशन पर बैठे हैं। उन्होंने पीड़िता के लिए न्याय की मांग करते हुए जोरदार नारेबाजी की। नौ अगस्त को मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या की घटना सामने आई थी, जिसके बाद से यह विरोध प्रदर्शन जारी है।
एस्प्लानेड क्षेत्र में अनशन पर बैठे जूनियर डॉक्टरों का कहना है कि वे पीड़िता के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं और राज्य के स्वास्थ्य ढांचे में सुधार की भी आवश्यकता है। पिछले पंद्रह दिनों से उनका यह अनशन जारी है और वे तब तक इसे खत्म नहीं करेंगे जब तक उनकी मांगों पर सरकार ठोस कदम नहीं उठाती।
इस बीच, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जूनियर डॉक्टरों से अपने अनशन को समाप्त करने की अपील की है। उन्होंने आश्वासन दिया है कि राज्य सरकार उनकी मांगों पर विचार कर रही है और उन्हें न्याय दिलाने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे।