नई दिल्ली, 18 अक्टूबर । भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री तरुण चुघ ने पंजाब में आम आदमी पार्टी (आआपा) की सरकार और उसके मुख्यमंत्री भगवंत मान की कड़ी निंदा की। चुघ ने पंजाब की आर्थिक स्थिति को “वित्तीय कुप्रबंधन का ज्वलंत उदाहरण” बताते हुए कहा कि 2024-25 वित्त वर्ष के पहले छह महीनों में ही 18,303 करोड़ रुपये का राजस्व घाटा सरकार की घोर नाकामी को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि आआपा सरकार पंजाब के विकास को बाधित कर रही है।

चुघ ने शुक्रवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि राज्य का 60,011 करोड़ रुपये के वार्षिक व्यय में से 78 प्रतिशत केवल वेतन, पेंशन, ब्याज भुगतान और सब्सिडी पर खर्च हो चुका है। यह दिखाता है कि पंजाब की जनता के विकास के लिए आवश्यक संसाधनों के लिए भगवंत मान की सरकार के पास पैसे ही नहीं हैं। मान सरकार के आर्थिक कुप्रबंधन के कारण महत्वपूर्ण परियोजनाएं अटक गई हैं, जिनकी राज्य को सख्त जरूरत है।

चुघ ने कटाक्ष किया कि मान सरकार न तो राजस्व जुटाने में सक्षम है और न ही अपने वादों को पूरा करने में। 86.66 प्रतिशत का राजस्व घाटा-राजकोषीय घाटे का अनुपात राज्य की आर्थिक दिक्कतों के गहराने को स्पष्ट रूप से दर्शाता है। आम आदमी पार्टी ने चुनावी वादों में मुफ्तखोरी और अनियंत्रित खर्च की जो नीति चलाई है, उसने पंजाब की वित्तीय स्थिति को बर्बाद कर दिया है। अब समय है कि इस वित्तीय अनुशासनहीनता के लिए आम आदमी पार्टी की सरकार से जवाबदेही तय की जाए, क्योंकि यह पंजाब के विकास को बाधित कर रही है।