छत्रपति संभाजीनगर, 31 अक्टूबर। महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र में मराठा आरक्षण को लेकर चल रहा आंदोलन कई जगहों पर हिंसक हो गया है। बीड और धाराशिव जिलों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। छत्रपति संभाजीनगर जिले में भी मराठा आरक्षण को लेकर आंदोलन आक्रामक होता जा रहा है। आरक्षण की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जारांगे पाटिल की तबीयत बिगड़ रही है।
सूत्रों ने बताया कि मंगलवार को छत्रपति संभाजीनगर शहर में स्मार्ट सिटी बस सेवा बंद करने का निर्णय लिया गया है। स्कूल-कॉलेजों को लेकर अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है।
मराठा क्रांति मोर्चा ने धीरज कृष्ण शास्त्री बागेश्वर धाम बाबा के छह नवंबर से शुरू होने वाले केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री डॉ. भागवत कराड़ के तीन दिवसीय कार्यक्रम को भी बाधित करने की चेतावनी दी गई है। मराठा क्रांति मोर्चा ने चेतावनी दी है कि धर्म के नाम पर आयोजित राजनीतिक कार्यक्रम को तुरंत बंद किया जाना चाहिए और पहले आरक्षण के मुद्दे को सुलझाने का प्रयास किया जाना चाहिए। प्रदर्शनकारियों ने शहर में लगे बागेश्वर दरबार कार्यक्रम के कुछ पोस्टर भी फाड़ दिये, साथ ही कई जगहों पर पोस्टरों पर लगी मंत्रियों की तस्वीरों पर कालिख पोत दी गई है।
इससे पहले प्रदर्शनकारियों ने सोमवार को यहां सांसद इम्तियाज जलील के आवास के सामने धरना दिया और आरक्षण के मुद्दे पर उनके इस्तीफे की मांग की। इसके अलावा, प्रदर्शनकारियों ने गंगापुर स्थित भाजपा विधायक के कार्यालय में भी आग लगा दी। प्रदर्शनकारियों ने कई स्थानों पर राज्य परिवहन निगम की कई बसों को आग लगा दी। ऐहतियात के तौर पर पुलिस और जिला प्रशासन के निर्देशन में परिवहन निगम द्वारा क्षेत्र में कई बस सेवाएं बंद कर दी गई हैं।
मुंबई से प्राप्त रिपोर्ट में कहा गया है कि राज्य कैबिनेट मराठा आरक्षण कोटा के संबंध में आदेश जारी करने जैसा बड़ा फैसला ले सकती है।