कोलकाता, 09 अक्टूबर । जूनियर डॉक्टरों के ‘अभया परिक्रमा’ की मिनीडोर को चांदनी चौक पर पुलिस ने रोक दिया है। इससे भारी तनाव फैल गया है। डॉक्टरों और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की हुई, जिसमें एक महिला पुलिसकर्मी भी घायल हो गईं। आखिरकार, आंदोलनकारी मानव श्रृंखला बनाकर मिनीडोर को छुड़ाकर धर्मतला की ओर बढ़ गए।
मंगलवार को ही जूनियर डॉक्टरों ने ‘अभया परिक्रमा’ कार्यक्रम की घोषणा की थी। इस कार्यक्रम के तहत, जूनियर डॉक्टर आर.जी. कर और जयनगर की पीड़ित महिलाओं की प्रतीकात्मक मूर्ति लेकर मिनीडोर से पूजा पंडालों का भ्रमण करने वाले थे। योजना के अनुसार, बुधवार को यह मिनीडोर धर्मतला के अनशन मंच की ओर लाई जा रही थी, लेकिन चांदनी चौक के पास पुलिस ने उसे रोक लिया। इस घटना के बाद माहौल गरमा गया। जैसे ही अनशन स्थल पर उपस्थित जूनियर डॉक्टरों को इस घटना की जानकारी मिली, वे तुरंत मौके पर पहुंच गए और पुलिस से भिड़ गए। पुलिस का कहना था कि मिनीडोर को बिना अनुमति के लाया गया था, जबकि डॉक्टरों ने इसे अवैध तरीके से रोकने का आरोप लगाया।
इस धक्का-मुक्की के दौरान सड़क पर काफी लोग जमा हो गए, जिससे श्यामबाजार की ओर जाने वाली सेंट्रल एवेन्यू पूरी तरह से जाम हो गई। यातायात बाधित हो गया और दूसरी दिशा की सड़कों पर भी गाड़ियों की आवाजाही ठप हो गई। आखिरकार, आंदोलनकारी पुलिस से मिनीडोर को छुड़ाने में सफल रहे और मानव श्रृंखला बनाकर उसे धर्मतला की ओर बढ़ाया। इस दौरान आंदोलनकारियों ने नारे लगाते हुए सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी किया।

इस झड़प में हेयर स्ट्रीट थाने की अतिरिक्त ओसी श्राबंती घोष घायल हो गईं। आरोप है कि डॉक्टरों ने उनका हाथ मरोड़ दिया, जिसके बाद पास की एक दुकान से बर्फ मंगवाकर उनके हाथ पर लगाया गया। श्राबंती ने कहा, “मैंने सोचा भी नहीं था कि वे इस तरह मारेंगे!” इसके बाद उन्हें हेयर स्ट्रीट थाने ले जाया गया।