विशुधानंद स्कूल में मनी अग्रसेन जयंती
ओंकार समाचार
कोलकाता, 3 अक्टूबर। सहकारिता और समाजवाद के जनक महाराजा अग्रसेन की जयंती गुरूवार को कोलकाता के विभिन्न स्थानों पर धूमधम से मनाई गई। इस अवसर पर महाराजा अग्रसेन के जीवन चरित्र और उनके आदर्शों को याद किया गया।
महानगर के सेंट्रल एवेन्यू स्थित विशुधानंद सरस्वती विद्यालय में अग्रसेन जयंती पर आयोजित समारोह में पर्यावरण विद, समाज सेवी एवं उद्योगपति उद्योगपति प्रहलाद राय गोयनका ने महाराज अग्रसेन की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।
उन्होंने महाराज अग्रसेन के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि आज से पाच हजार वर्ष पूर्व जन्मे सूर्यवंशी महाराजा अग्रसेन ने राज्य में सहकारिता और समाजवाद की अद्भुत व्यवस्था लागू की। जो भी उनके नगर अग्रोहा में बाहर से आकर बसता था उसकी सहायता के लिए नगर का प्रत्येक परिवार उसे एक सिक्का व एक ईंट देता था ताकि नवागन्तुक परिवार अपने लिए आवास और व्यवसाय का प्रबंध कर सके।
इसी व्यवस्था के चलते महाराजा अग्रसेन को समाजवाद और सहकारिता का अग्रदूत कहा जाता है। उन्होंने अपने राज्य में कृत्रिम सिंचाई व्यवस्था की शुरुआत की। सैनिक शिक्षा को अनिवार्य किया। अहिंसा, बलि विहीन यज्ञ, शाकाहार, और शिक्षा पर बल दिया।
उनकी प्रजा भी समानता के सिद्धांत का पालन करती थी। उनके राज्य में जाति भेद जैसी कोई बात नहीं थी। महाराजा अग्रसेन ने वैदिक सस्कृंति की मूल मान्यताओं को लागू किया। कृषि-व्यापार, उद्योग, गौपालन के विकास के साथ-साथ नैतिक मूल्यों की पुनः प्रतिष्ठा की । उन्होंने वैश्य धर्म का पालन करते हुए अपने राज्य में आर्थिक एवं सामाजिक समता की स्थापना की। उनके शासन काल में सब के रोजगार की जिम्मेदारी राज्य की थी। महाराज अग्रसेन ने 108 वर्षों तक राज किया। उनके शासनकाल में अग्रेयगण राज्य की चहुंमुखी प्रगति हुई। कहते हैं कि इसकी चरम स्मृद्धि के समय वहां लाखों व्यापारी रहा करते थे।
गोयनका ने बताया कि अग्रवाल समाज महाराज अग्रसेन का वंशज है। महाराज अग्रसेन के अठारह पुत्र हुए वो ही अग्रवाल समाज के अठारह गोत्र हैं। गोयनका ने कहा कि एक दूसरे का साथ देते हुए आगे बढ़ते रहना ही महाराज अग्रसेन का संदेश है जिसका मारवाड़ी समाज पूरी तरह पालन कर रहा है। उन्होंने कहा कि आज जब बड़ी संख्या में लोग धर्म, जाति और भाषा के नाम पर लड़ रहे हैं, अग्रवाल समाज, समाज को सुधारने और आगे बढ़ाने में प्रयासरत है। मौके पर मौजूद स्कूल की प्रधानाध्यापिका रवीना दास, अग्रेंजी की शिक्षिका गर्विता मुखर्जी, शिक्षक, शिक्षिकाएं, ज्योति सिंह व छात्र-छात्राओं ने महाराज अग्रसेन की प्रतिमा पर फूल चढ़ाए।