अभिभावकों के बैंक बैलैंस हैं बच्चे:फिरहाद हाकिम

कोलकाता, 27 सितम्‍बर। जिन्दगी में निरन्तर आगे बढ़ते रहना जब तक लक्ष्य न पा सको।कठिनाइयां आएगी पर रूकना नहीं हैं। बच्चों की प्रतिष्ठा और सफलता अभिभावकों की भी है।आपके बच्चे क्या कर रहे हैं? यही सब पूछेंगे। यही आपका बैंक बैलेंस है। ये  बातें पश्चिम बंगीय मारवाड़ी सम्मेलन शिक्षा कोष के तत्वावधान में 35वें छात्रवृति समारोह का उद्घाटन करते नगर  विकास व शहरी मामलों के मंत्री व कोलकाता  नगर निगम के मेयर फिरहाद हाकिम ने विद्यार्थियों से  कलामंदिर सभागार में कही।

पूर्व जस्टिस श्यामल कुमार सेन ने कहा कि बच्चों को श्रेष्ठ नागरिक बनना चाहिए संस्था के अध्यक्ष ब्रह्मानंद अग्रवाल ने  स्वागत भाषण में  संस्था की स्थापना के बाद से ही 35 वर्षों से विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति दी जा रही है।  मेरे स्वर्गीय पिता पद्मश्री से सम्मानित मामराज अग्रवाल लगातार वर्षों तक मेधावी विद्यार्थियों को राजभवन में सम्मानित करते रहे।

भारत सेवाश्रम संघ के महासचिव स्वामी विश्वात्मानंद ने कहा कि ईमानदार व चरित्रवान बच्चे ही देश का भविष्य हैं। पत्रकार विश्वम्भर नेवर ने कहा कि इसका एकमात्र उद्देश्य है कि कोई भी बच्चा पैसे के अभाव में शिक्षा से वंचित न रह जाए।संसदीय मामलों के व कृषि विभाग के मंत्री शोभनदेव चट्टोपाध्याय ने कहा कि बच्चे हमारे भविष्य हैं। सांसद सौगत राय ने कहा कि सफलता का कोई शार्टकट नहीं है। शिक्षा से ही आप हर मुकाम हासिल कर सकते हैं। विद्यार्थी पढ़ाई करके देश व समाज की सेवा करें।संस्था के सचिव मनीष बजाज ने संस्था गतिविधियों की जानकारी देते हुए कहा कि इस पहल का उद्देश्य छात्रों को प्रोत्साहित करना है।इस कार्यक्रम में लगभग 100 विद्यालयों के लगभग 800 विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति प्रदान की गई। अब तक 16हजार विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति से सहयोग मिला है। मौके पर अतुल चूड़ीवाल व निर्मल अग्रवाल सम्मानित अतिथि के रूप में मंचस्थ थे।मौके पर अतिथियों का स्वागत सुमिता अग्रवाल, अनिता अग्रवाल, रेणुका अग्रवाल, वीणा सराफ, अरुणा भानीरामका, रिया शारडा, मेघा अग्रवाल, सरोज अग्रवाल, संजय बंका,डा.दिनेश अग्रवाल, राजेन्द्र प्रसाद मोर,सचिन अग्रवाल ने किया।इस अवसर पर हरिशंकर सराफ, संजीव बंसल, आशीष मोर,रामनिवास गुप्ता, शेखर भाटिया,परमेश्वर लाल शाह, आचार्य राकेश पांडेय, हर्षवर्धन शारडा आदि गणमान्य लोग मौजूद रहे।कार्यक्रम को सफल बनाने में कमल माइती,पुलक बरनदास सक्रिय रहे।कार्यक्रम का प्रभावी संचालन व धन्यवाद ज्ञापन महावीर प्रसाद रावत ने किया।