पुलिस ने नहीं की राजभवन की ओर से की गयी शिकायतों पर कार्रवाई – राजभवन

चेन्नई, 25 अक्टूबर। तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई स्थित राजभवन के बाहर फेंके गए पेट्रोल बम को लेकर राजभवन की ओर से बयान आया है, जिसमें कहा गया है कि पुलिस ने पहले की गयी शिकायतों पर कार्रवाई नहीं की।

राजभवन की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक बुधवार को अपराह्न करीब 2.45 बजे राज्य के संवैधानिक प्रमुख के खिलाफ एक बहुत ही कठोर और गंभीर हमला हुआ। पेट्रोल बमों से लैस कुछ उपद्रवियों ने चेन्नई में राजभवन के मुख्य गेट नंबर 01 में घुसने की कोशिश की।

सतर्क संतरियों ने हालाँकि उन्हें चुनौती दी और उन्हें राजभवन में प्रवेश करने से रोक दिया, और एक अप्रिय घटना होते-होते टल गई। राजभवन के मुख्य प्रवेश द्वार-1 पर पहला पेट्रोल बम फेंके जाने के बाद वह जोरदार आवाज के साथ फटा और प्रवेश द्वार जल गया।

इसके बाद सुरक्षाकर्मी बदमाशों को पकड़ने के लिए दौड़ पड़े। राजभवन के सुरक्षाकर्मियों ने जब हमलावर को काबू करने का प्रयास किया, तब भी एक और पेट्रोल बम फेंका गया, जिसके कारण राजभवन का मुख्य प्रवेश द्वार काफी क्षतिग्रस्त हो गया। किसी तरह सुरक्षाकर्मियों ने एक हमलावर को काबू में कर लिया।

राज्यपाल एवं नियंत्रक के उप सचिव द्वारा इस संबंध में चेन्नई के पुलिस आयुक्त से शिकायत की गयी है, जिसमें भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 124 और कानून के अन्य प्रासंगिक प्रावधानों के तहत मामला दर्ज करने और उचित जांच करने करने का अनुरोध किया गया है। हमलों के पीछे साजिशकर्ताओं सहित सभी शामिल व्यक्तियों को सजा, और माननीय राज्यपाल को उचित सुरक्षा प्रदान करने की मांग की गयी है।

प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि माननीय राज्यपाल को भयभीत करने और उन्हें अपने संवैधानिक कर्तव्यों के निर्वहन से रोकने के इरादे से पहले भी धमकी दी गयी हैं। इस संबंध में शिकायतें पुलिस की निष्क्रियता के कारण महत्वहीन रही हैं। अट्ठारह अप्रैल, 2022 को माननीय राज्यपाल पर लाठियों और पत्थरों से हमला किया गया था। उस समय वे धर्मपुरम अधीनम में एक निर्धारित समारोह में भाग लेने के लिए जा रहे थे। राजभवन की ओर से शिकायत दर्ज करायी गयी, लेकिन प्राथमिकी दर्ज नहीं की गयी और हमलावरों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गयी। आज दायर की गई शिकायत की एक प्रति इसके साथ संलग्न की गई है।