कोलकाता, 10 सितंबर। आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार पूर्व प्राचार्य संदीप घोष और तीन अन्य को मंगलवार को 23 सितंबर तक की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। अलीपुर के स्पेशल सीबीआई कोर्ट ने यह फैसला सुनाया। जिन तीन अन्य लोगों को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है उनमें सुमन हाजरा, बिप्लब सिंह और अफसर अली हैं।

बिप्लब सिंह के वकील ने अपने मुवक्किल की कुछ चीजें वापस मांगने के लिए अदालत में आवेदन किया था लेकिन उस आवेदन पर बिप्लब की पत्नी के हस्ताक्षर होने के कारण न्यायाधीश ने नाराज़गी जताई। इस मामले की जांच को लेकर सीबीआई की ओर से अदालत को बताया गया कि पूर्व प्राचार्य संदीप घोष के साथ उनके कुछ और सहयोगियों की भूमिका भी सामने आई है।

अफसर अली संदीप घोष की सुरक्षा में तैनात रहे हैं। बिप्लब सिंह दवा व्यवसायी हैं जबकि सुमन हाजरा एक दवा की दुकान के मालिक हैं।

सीबीआई ने संदीप घोष और उनके साथियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पेश करने की मांग की थी। कोर्ट ने इस मांग को खारिज कर दी थी। इससे पहले तीन सितंबर को संदीप घोष की पेशी के दौरान कोर्ट के बाहर हंगामा हुआ था, जिसके चलते सुरक्षा चिंताओं के मद्देनजर वर्चुअल पेशी की मांग की गई थी। सीबीआई के वकील ने स्पेशल कोर्ट में कहा कि अगर आगे और जरूरत हुई तो वे संदीप घोष को फिर से हिरासत में लेने के लिए आवेदन करेंगे।