ढाका, 29 अगस्त। बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के अपदस्थ होने बाद गठित अंतरिम सरकार ने छात्र आंदोलन के समय हताहत लोगों की संख्या को लेकर बड़ा दावा किया है। स्वास्थ्य सलाहकार नूरजहा बेगम ने कहा है कि हाल के छात्र प्रदर्शन के दौरान 1,000 से अधिक लोग मारे गए। यही नहीं 400 से अधिक लोग अंधेपन का शिकार हुए। इनमें से कई की एक या दोनों आंखों की रोशनी चली गई।
ढाका ट्रिब्यून अखबार के अनुसार यह बात उन्होंने बुधवार को राजारबाग स्थित केंद्रीय पुलिस अस्पताल के दौरे के दौरान कही। मंत्रालय ने गुरुवार को उनके बयान की विज्ञप्ति जारी की। स्वास्थ्य सलाहकार ने कहा, “हम अमेरिका में सेवा फाउंडेशन के संपर्क में हैं। जिन लोगों ने अपनी दृष्टि खो दी है या आंखों की समस्या है, हमने उनकी सूची फाउंडेशन को भेज दी है। उन्होंने हमें आश्वासन दिया है कि वे जल्द से जल्द डॉक्टर भेजेंगे। मरीजों का इलाज इस्फहानी इस्लामिया आई इंस्टीट्यूट, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ऑप्थल्मोलॉजी एंड हॉस्पिटल के साथ-साथ चटगांव आई हॉस्पिटल और दिनाजपुर में किया जाएगा।”
उन्होंने कहा, “सरकार ने मरने वालों के परिवारों की जिम्मेदारी लेने और घायलों को मुफ्त इलाज मुहैया कराने का वादा किया है।” उन्होंने कहा कि कुछ लोगों के पैर में गंभीर चोटें आई हैं और यहां तक कि उनके पैर भी काटने पड़े हैं।