कोलकाता, 17 अगस्त । पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष आरजी कर कांड का विरोध करने वाले दुर्गा पूजा समितियों पर हमलावर हो गए हैं। हावड़ा जिले के उत्तरपाड़ा शक्ति संघ क्लब ने इस साल की दुर्गा पूजा के लिए राज्य सरकार द्वारा दिए जाने वाले वार्षिक चंदे को ठुकराने का फैसला किया है। यह कदम आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक जूनियर डॉक्टर की बलात्कार और हत्या की घटना के विरोध में उठाया गया है।

क्लब के सचिव, प्रसेनजीत घोष ने कैमरे पर यह घोषणा करते हुए कहा कि यह निर्णय किसी भी प्रकार से राजनीतिक नहीं है। उन्होंने कहा, “यह सिर्फ एक सांकेतिक विरोध है और हमारा मकसद आर.जी. कर मामले में दोषियों को जल्द से जल्द सजा दिलाने की मांग करना है। हो सकता है कि इस साल पूजा का आयोजन करने में हमें कुछ आर्थिक कठिनाइयों का सामना करना पड़े, लेकिन हमने निर्णय लिया है कि इस साल हम यह चंदा नहीं लेंगे।”

यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है और इसे समर्थन में ‘मेयेर विचार दिन, मायेर पूजा निजेरा बुझे नेबो’ (बेटी को न्याय दो, मां की पूजा हम खुद करेंगे) का टैगलाइन मिल रहा है।

इस घटना के बाद राज्य भर में जनता में बढ़ती नाराजगी को देखते हुए तृणमूल कांग्रेस के नेता कुणाल घोष ने इसका विरोध करते हुए एक जवाबी वीडियो जारी किया है। उन्होंने इस कदम को प्रचार पाने की चाल बताया और कहा, “हो सकता है आपके पास पर्याप्त पैसे हों और आप चंदा ठुकरा सकते हों। लेकिन याद रखिए कि दुर्गा पूजा में कई आर्थिक गतिविधियां शामिल होती हैं। बेहतर होगा कि आप गरीब विक्रेताओं और श्रमिक वर्ग को अपनी जेब से भुगतान करें। राज्य सरकार का यह चंदा इन क्लबों के माध्यम से गरीबों के बीच वितरित किया जाता है।”

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने घोषणा की है कि अगले साल यह चंदा बढ़ाकर एक लाख रुपये कर दिया जाएगा।