कोलकाता, 15 अगस्त। कोलकाता के आर. जी. कर अस्पताल में बुधवार रात हुई हिंसा के बाद पुलिस ने गुरुवार को तीन स्वतःप्रेरित मामले दर्ज किए हैं। इस घटना के सिलसिले में नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गुरुवार को यह जानकारी लालबाजार के एक सूत्र से प्राप्त हुई। हालांकि, इस बारे में कोलकाता पुलिस की ओर से अब तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। इस हिंसा में पुलिस और अस्पताल के चिकित्सकों पर हमला हुआ था और अस्पताल की संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाया गया था।

स्वतंत्रता दिवस की आधी रात जब कोलकाता और पूरे राज्य में करीब तीन लाख से अधिक महिलाएं सड़कों पर थीं उसी दौरान, कुछ लोग आर.जी. कर अस्पताल के आपातकालीन विभाग के गेट को तोड़कर अंदर घुसे और वहां जमकर तोड़फोड़ की। उन्होंने अस्पताल के आपातकालीन विभाग के टिकट काउंटर, हाइब्रिड क्रिटिकल केयर यूनिट, क्रिटिकल केयर यूनिट और दवाइयों के स्टोर रूम को भी नुकसान पहुंचाया। हमला अस्पताल के बाहरी परिसर में भी किया गया, जहां पुलिस चौकी और प्रदर्शनकारी छात्रों के मंच को भी तोड़ा गया। इस दौरान, पुलिस की गाड़ियों को क्षतिग्रस्त किया गया और पुलिसकर्मियों पर भी हमला किया गया। हालांकि, इन हमलावरों की पहचान अब तक स्पष्ट नहीं हो पाई है।

गुरुवार सुबह कोलकाता पुलिस ने इस हमले के संदिग्धों की तस्वीरें जारी कीं और ‘संदिग्धों की तलाश’ नामक एक विज्ञप्ति जारी की। पुलिस ने अपने सोशल मीडिया पेज पर इस घटना से संबंधित 50 से अधिक तस्वीरें पोस्ट की हैं, जिनमें कई पुरुष और महिलाओं को लाल घेरों में चिन्हित किया गया है। पुलिस ने जनता से इन व्यक्तियों की पहचान में मदद करने की अपील की है और किसी भी जानकारी को सीधे पुलिस या संबंधित थाने के माध्यम से साझा करने का अनुरोध किया है।

इन तस्वीरों के जारी होने के कुछ ही घंटों बाद, लालबाजार के एक सूत्र से नौ लोगों की गिरफ्तारी की खबर सामने आई है। मामले की जांच अभी भी जारी है और आगे की जानकारी का इंतजार है।

उल्लेखनीय है कि जिस आपातकालीन विभाग पर यह हमला हुआ, उसी भवन के चौथे मंजिल पर स्थित सेमिनार हॉल में महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार कर उसकी हत्या कर दी गई थी। इसी स्थल से डॉक्टर का शव बरामद किया गया था, और इस हमले ने मामले को और जटिल बना दिया है।