कोलकाता, 15 जुलाई । उत्तर बंगाल के दार्जिलिंग में गर्भवती सिविक वॉलेंटियर को मारने और जलाने की कोशिश के आरोप में गिरफ्तार महिला ने पुलिस हिरासत में फांसी लगाकर आत्महत्या करने की कोशिश की है।
सूत्रों के अनुसार, चिरता देबनाथ नाम की महिला ने थाने के शौचालय में जाकर आत्महत्या करने की कोशिश की। फिलहाल उसे इलाज के लिए उत्तरबंग मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
गुरुवार को फांसीदेवा में माम्पी देबनाथ मित्रा नाम की एक गर्भवती सिविक वॉलेंटियर को मारने और आग में जलाने की कोशिश का आरोप चिरता देबनाथ पर लगा था।
आरोपित महिला पीड़िता सिविक वॉलेंटियर की ममेरी भाभी है। गुरुवार रात चिरता माम्पी के घर गई और पैसे की मांग की। आरोप है कि माम्पी ने पैसे देने से इनकार किया, तो उससे मारपीट की गई। मारपीट के चलते माम्पी बेहोश हो गई और उसे जलाने की कोशिश की गई।
थाने के अंदर आत्महत्या का प्रयास
घटना के बाद माम्पी को शिलिगुड़ी के एक नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया। जांच के दौरान फांसीदेवा थाने की पुलिस ने चिरता देबनाथ को गिरफ्तार किया। शुक्रवार को उसे सिलीगुड़ी अदालत में पेश किया गया। अदालत ने आरोपित को सात दिनों की पुलिस हिरासत में भेजने का आदेश दिया। रविवार रात महिला शौचालय गई थी। काफी समय तक शौचालय से बाहर नहीं आने पर पुलिस कर्मियों को संदेह हुआ। उन्होंने दरवाजा खटखटाया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद पुलिस ने दरवाजा खोलकर महिला को गंभीर हालत में पाया। तुरंत उसे पुलिस वैन में उत्तरबंग मेडिकल कॉलेज और अस्पताल ले जाया गया।
इस घटना से क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। दार्जिलिंग जिला पुलिस अधीक्षक प्रवीण प्रकाश ने सोमवार को कहा, “महिला ने थाने के शौचालय में आत्महत्या करने की कोशिश की। किसी पारिवारिक समस्या के कारण ऐसा हुआ। घटना के बाद तुरंत महिला को अस्पताले भेजा गया।”