मंदसौर, 14 जुलाई । मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले में रविवार सुबह एक महिला अपने चार बच्चों के साथ कुएं में कूद गई। इस घटना में चारों बच्चों की डूबने से मौत हो गई। ग्रामीणों ने महिला को बचा लिया। लोगों से पूछताछ में यह पता चला है कि महिला का अपने पति से किसी बात को लेकर विवाद हुआ। इसके बाद महिला ने अपनी दो बालिकाओं और दो बालकों के साथ कुएं में छलांग लगाई।
पुलिस के अनुसार घटना गरोठ इलाके के पीपलखेड़ा गांव में रविवार सुबह करीब 6 बजे हुई। यहां पति से झगड़े के बाद महिला ने ये कदम उठाया। बच्चों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए गरोठ के शासकीय अस्पताल ले जाया गया है। गरोठ एएसपी हेमलता कुरील ने बताया कि पीपलखेड़ा गांव की सुगना बाई (40) को उसका पति रोड सिंग बंजारा प्रताड़ित करता था। शनिवार रात को भी सुगना से मारपीट की थी। पति से बचकर महिला रात में चारों बच्चों को लेकर आंगनबाड़ी केंद्र चली गई। रातभर आंगनबाड़ी में रहने के बाद महिला सुबह बच्चों के साथ खेत पर पहुंची और यहां कुएं में छलांग लगा दी। बंटी (9), अनुष्का (7), मुस्कान (4) और कार्तिक (2) की डूबने से मौत हो गई। जैसे ही महिला के बच्चों के साथ कुएं में कूदने की जानकारी मिली तो बड़ी संख्या में लोग मौके पर जमा हो गए। इसके बाद कुछ लोगों ने महिला को तो कुएं से सकुशल निकाल लिया, लेकिन वे बच्चों को नहीं निकाल पाए। बच्चों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए गरोठ के अस्पताल भेजा गया है।
सुगना ने पुलिस को बताया कि पति आए दिन मारपीट करता है। रात में भी शराब पीकर पीटा। मुझे और बच्चों को बारिश में घर से बाहर निकाल दिया। मैं गिड़गिड़ाती रही। इसके बाद मैंने मरने की ठान ली। एएसपी हेमलता कुरील ने बताया कि ग्राम पीपलखेड़ा निवासी महिला शादी के बाद ही अपने पति से प्रताड़ित थी। पति कंबल बेचने बाहर जाता था और घर आने पर पति-पत्नी के बीच झगड़ा होता रहता था। शनिवार को भी पति कंबल बेचकर बाहर से आया था और पत्नी के साथ मारपीट की थी।
महिला के भाई नागजीराम बंजारा ने बताया कि जीजा रोड सिंह बंजारा शराब पीकर बहन से मारपीट करता है। दो-तीन बार गरोठ थाने में शिकायत भी दर्ज कराई थी। चार दिन पहले ही जीजा ने बच्चों के साथ मारपीट की थी, जिसके बाद डायल 100 को बुलाया था। पुलिस ने समझाइश दी थी। इसके बाद जीजा घर से कहीं चला गया था। शनिवार रात को लौटा और फिर बहन से मारपीट की। बहन ने फोन कर बताया कि जीजा उसे और बच्चों को घर में घुसने नहीं दे रहा है। हम लोग मरने जा रहे हैं।